scriptजिले के 1376 गांवों में से 1238 ग्रामों की अतिवृष्टि से फसलेंं प्रभावित | 98 percent village affected in Guna district due to excess rainfall | Patrika News

जिले के 1376 गांवों में से 1238 ग्रामों की अतिवृष्टि से फसलेंं प्रभावित

locationगुनाPublished: Oct 16, 2019 12:48:18 pm

Submitted by:

Narendra Kushwah

अतिवृष्टि से गुना जिले में 98 प्रतिशत ग्राम प्रभावितकेन्द्रीय दल ने देखी अतिवर्षा से प्रभावित फसलेंबैठक में जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर जानी अतिवृष्टि से प्रभावित जिले की स्थिति

गुना जिले के 1376 गांवों में से 1238 ग्रामों की अतिवृष्टि से फसलेंं प्रभावित

गुना जिले के 1376 गांवों में से 1238 ग्रामों की अतिवृष्टि से फसलेंं प्रभावित

गुना. जिले में अतिवृष्टि एवं बाढ़ से प्रभावित फसलोंं के आंकलन के लिए केन्द्र से गठित केन्द्रीय दल के सदस्यों ने मंगलवार को गुना जिले की तहसील आरोन के ग्राम रिजौदा में पहुंचकर प्रभावित फसलोंं को देखा। इस दौरान केंद्रीय दल में शामिल डॉ एके तिवारी डायरेक्टर पल्स भारत सरकार कृषि मंत्रालय तथा सुमित कुमार सुपरिटिन्डेंट इंजीनियर मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एण्ड हाईवे भोपाल ने प्रभावित कृषकों से बातचीत की तथा फसल नुकसानी के बारे में जानकारी ली।

 


भ्रमण के दौरान उन्होंने किसानों से चर्चा करते हुए कहा कि भारत सरकार द्वारा गठित किए गए केन्द्रीय दल ने प्रदेश में आकर यहां पर हुई अतिवृष्टि से जो फसलोंं को नुकसान पहुंचा है, उसका अवलोकन कर सर्वे रिपोर्ट के आधार पर विस्तृत रिपोर्ट केन्द्र सरकार को प्रस्तुत की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिले के 1376 गांवों में से 1238 ग्रामों की अतिवृष्टि से फसलेंं प्रभावित हुई हैं। इस प्रकार लगभग जिले का प्रत्येक ग्राम अर्थात 95 से 98 प्रतिशत ग्राम प्रभावित हैं।

रबी फसल के लिए कोई भी इंतजाम नही
केंद्रीय दल ने ग्राम रिजौदा में पप्पू यादव के खेत में पहुंचकर नष्ट हुई फसल की स्थिति का जायजा लिया। कृषक पप्पू यादव ने बताया कि उसने जो सोयाबीन बोया था वह अतिवर्षा से पूरी तरह नष्ट हो गया है। अब उसके पास आगामी रबी फसल के लिए खाद्य एवं बीज लेने के लिए भी कोई भी इंतजाम नही है। किसानों ने बताया कि बोई गई सोयाबीन एवं उड़द फसल अतिवर्षा के कारण पूरी तरह नष्ट हो गई है।

गुना जिले के 1376 गांवों में से 1238 ग्रामों की अतिवृष्टि से फसलेंं प्रभावित

पूरी फसल बेकार हो गई

रबी फसल के लिए खाद, बीज सोसायटी से उपलब्ध हो जाए तो अगली फसल की तैयारी कर सकते हैं। इसी प्रकार ग्राम के किसानों ने जांच दल को बताया कि अत्याधिक वर्षा होने के कारण सोयाबीन में फली आने के बाद झड़ गई और पौधे खेत में ही गल गए। जिससे पूरी फसल बेकार हो गई।

 

 

 

जानकारी प्राप्त की तथा आवश्यक निर्देश दिए

जांच दल ने किसानों के बीमा के संबंध में जानकारी प्राप्त की तथा आवश्यक निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने फसल क्रॉप कटिंग के बारे मे विस्तार से जानकारी ली। इस अवसर पर कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार ने केन्द्रीय जांच दल को अतिवृष्टि एवं बाढ़ से प्रभावित फसलों की सर्वे रिपोर्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। भ्रमण के दौरान अपर कलेक्टर राजेश बाथम, एसडीएम केएल यादव एवं इमलिया तथा बांसखेडी के कृषकगण मौजूद रहे।

 

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो