कुछ दिन पहले जेद्दा में एक व्यक्ति अपनी पत्नी को वाहन चलाना सिखा रहा था, उसी दौरान वह घायल हो गया था और पत्नी की मौत हो गई थी। एक दूसरे मामले में एक महिला द्वारा वाहन चलाने के क्रम में हुई दुर्घटना से एक 15 वर्षीय लड़के की मौत हो गई थी। सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुलाजीज अल सौद ने सितंबर में महिलाओं के दशकों से वाहन चलाने पर लगे प्रतिबंध को हटाने का फैसला किया था।
प्रतिबंध हटाने से पहले कानून में संसोधन और महिलाओं को ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने की विधि के लिए समय दिया गया है। सऊदी अरब सरकार द्वारा उठाया गया कदम ऐसे समाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण है जहां हर मोर्चो पर पुरुषों और महिलाओं में भेद-भाव किया जाता है।
सऊदी अरब में महिलाओं के लिए खुलेगा पहला ड्राइविंग स्कूल
सऊदी अरब में महिलाओं को ड्राइविंग का हक दिए जाने के बाद देश में पहला महिला ड्राइविंग स्कूल भी खुलेगा। रूढि़वादी देश में यह ड्राइविंग स्कूल प्रिसेंज नौराह यूनिवर्सिटी में खुलेगा। 26 सितंबर को किंग सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सौद ने महिलाओं को ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने का ऐतिहासिक आदेश जारी किया था। आदेश 24 जून 2018 तक लागू होगा।
सऊदी अरब में महिलाओं को ड्राइविंग का हक दिए जाने के बाद देश में पहला महिला ड्राइविंग स्कूल भी खुलेगा। रूढि़वादी देश में यह ड्राइविंग स्कूल प्रिसेंज नौराह यूनिवर्सिटी में खुलेगा। 26 सितंबर को किंग सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सौद ने महिलाओं को ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने का ऐतिहासिक आदेश जारी किया था। आदेश 24 जून 2018 तक लागू होगा।
प्रिसेंज नौराह यूनिवर्सिटी के 60 हजार से ज्यादा महिला छात्र रियाद और देश के अन्य शहरों में हैं। सऊदी अरब के किंग सलमान के आदेश के बाद ड्राइविंग स्कूल खोलने का फैसला महिलाओं के सम्मान में पहला ऐलान है।