scriptओमान ने बगदाद में 30 वर्षों बाद फिर से दूतावास खोलने का किया एलान | Oman declares to reopen embassy in Baghdad after 30 years | Patrika News

ओमान ने बगदाद में 30 वर्षों बाद फिर से दूतावास खोलने का किया एलान

locationनई दिल्लीPublished: May 15, 2019 06:53:58 am

Submitted by:

Anil Kumar

ओमान ने इराक में फिर से अपना दूतावास खोलने का फैसला किया है।
ओमानी विदेश मंत्रालय की ओर से तारीख का निर्णय नहीं लिया गया है।
1990 में सद्दाम हुसैन ने कुवैत पर हमला किया था, जिसके बाद खाड़ी देशों ने अपना दूतावास बंद कर दिया था।

ओमान

ओमान ने बगदाद में 30 वर्षों बाद फिर से दूतावास खोलने का किया एलान

मस्कट। ओमान ( Oman ) एक बार फिर से इराक ( iraq ) में अपना दूतावास खोलने का फैसला किया है। ओमान की समाचार एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि ओमान ने इराक की राजधानी बगदाद में अपना दूतावास खोलने का निर्णय लिया है। ओमान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान मे कहा गया है कि बगदाद में फिर से अपना दूतावास खोलना दोनों देशों के बीच आपसी भाईचारे और ऐतिहासिक संबंधों पर आधारित है। बता दें कि ओमान 30 वर्षों बाद अपना दूतावास बगदाद ( Baghdad ) में खोलने जा रहा है।

अमरीका: ट्रंप प्रशासन 70 से अधिक अवैध पाकिस्तानी नागरिकों को भेजेगा वापस

1990 में कर दिया था बंद

दरअसल, 1990 में इराक के तानाशाह शासक सद्दाम हुसैन ( Saddam Hussain ) ने कुवैत पर हमला किया था जिसके बाद से सभी खाड़ी देशों ( Gulf Country ) ने बगदाद से अपने दूतावास को बंद करने का निर्णय लिया था। मंत्रालय के हवाले से एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि बगदाद में फिर से ओमानी दूतावास को खोलने से दोनों देशों व आम नागरिकों के बीच संबंधों में विकास होगा। हालांकि अभी तक मंत्रालय की ओर से दूतावास खोलने की तारीख तय नहीं की गई है।

म्यूलर रिपोर्ट के बाद अमरीका में अवमानना की राजनीति, ट्रम्प को कब तक बचाएगा ‘अंकल सैम’ का संविधान

इराक ने ओमान के फैसले का किया स्वागत

बगदाद में 30 वर्षों बाद ओमान की ओर से दूतावास खोलने के फैसले पर इराक ने खुशी जाहिर की है और इसका स्वागत किया है। इराक ने कहा है कि ओमान का यह फैसला अरब देशों के विकास के लिए सकारात्मक कदम है। इराक विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि अब एक साथ मिलकर कार्यों को आगे बढ़ाने में बढ़ावा मिलेगा। बता दें कि बगदाद में संयुक्त अरब अमीरात ( united arab emirates ), सऊदी अरब ( Saudi Arabia ), कुवैत ( Kuwait ) और बहरीन ( Bahrain ) का दूतावास पहले से ही परिचालन में हैं। हालांकि जब 1990 में सद्दाम हुसैन ने कुवैत पर हमला किया था उस दौरान सभी खाड़ी देशों ने इराक से संबंध तोड़ लिए थे और दूतावास को बंद कर दिया था। अभी हाल के वर्षों में खाड़ी देशों और इराक के बीच संबंधों में सुधार हुआ है, जिसमें पड़ोसी कुवैत और सऊदी अरब शामिल हैं। साथ ही इराक ने हाल ही में ईरान के प्रभाव के कारण वर्षों से अरब देशों के साथ संबंधों को बढ़ावा देने के लिए उत्सुकता दिखाई है। गौरतलब है कि 2003 में अमरीका ( America ) ने सद्दाम हुसैन को सैन्य कार्रवाई में मारा था।

 

Read the Latest World News on Patrika.com. पढ़ें सबसे पहले World News in Hindi पत्रिका डॉट कॉम पर. विश्व से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर.

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो