हमले से पहले कर्मचारियों को इमारत से बाहर भेजा गया
इस घटना के बारे में जो जानकारी मिल रही है उससे ये कयास लगाए जा रहे हैं कि इसके बारे में पहले से ही योजना बनाई गई थी। एक सूत्र ने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर एक समाचार एजेंसी को बताया कि इस हमले से पहले ही ईरानी कर्मचारियों को इमारत से दूर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
इराक के विदेश मंत्रालय ने हमले की निंदा की
दूतावास पर आगजनी करने के मामले में इराक के विदेश मंत्रालय ने बाद में हमले की कड़ी निंदा की। अपने बयान में मंत्रालय ने कहा, ‘यह अस्वीकार्य घटना है और देश के राजनयिक मिशनों के लिए आतिथ्य के अनुरूप नहीं है।’ इराक के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अहमद माहजूब ने कहा, ‘राजनयिक मिशनों को निशाना बनाना इराक के अन्य देशों से संबंधों को नुकसान पहुंचाता है और यह प्रदर्शनकारियों की नारेबाजी और पानी जैसी उनकी जरूरतों की मांग से संबद्ध नहीं है।’
अमरीकी वाणिज्य दूतावास पर भी था निशाना
वहीं उक्त सूत्र के मुताबिक, प्रदर्शनकारी अमरीकी वाणिज्य दूतावास की ओर भी बढ़े की कोशिश में थे लेकिन चाकचौबंद सुरक्षा इंतजाम की वजह से वे इस प्रयास में सफल नहीं हुए। सूत्र ने आगे ये भी बताया कि प्रदर्शनकारियों ने ईरान समर्थित असेब अहल अल-हक गुट के मुख्यालय पर भी हमला किया और मध्य बसरा के बारेहा क्षेत्र में इसकी इमारत में आग लगा दी।
ईरान के प्रवक्ता की मांग
हमले के बारे में जानकारी मिलने के बाद ईरान के विदेश मंत्रालय ने भी इराक के बसरा शहर में वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले की कड़ी निंदा की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बहराम कासेमी ने कहा कि हालांकि किसी भी कर्मचारी को चोट नहीं पहुंची है। इस घटना के एवज में ईरान के प्रवक्ता ने मांग की कि इराकी सरकार ईरान के राजनयिक मिशनों की सुरक्षा की जिम्मेदारी ले और इस गंभीर अपराध के पीछे जिम्मेदार लोगों की पहचान कर उन्हें दंड़ित करे।