अमरीका को ठहराया हमले के लिए जिम्मेदार खुजेस्तान प्रांत के गवर्नर गुलाम-रजा शरिआती ने से कहा, “इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड कार्प्स (आईआरजीसी) और बसीजी (वालिंटियर) बलों की तरह छद्मवेष धारण किए आतंकवादियों ने परेड के दौरान पीछे के स्टैंड से अधिकारियों और लोगों पर गोलीबारी की।” सुरक्षाबलों के साथ झड़प के दौरान तीन बंदूकधारियों को मार गिराया गया जबकि एक अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया। ईरानी विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ ने घटना के लिए अमरीका के समर्थन वाली ‘विदेशी ताकतों’ को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “विदेशी ताकतों द्वारा भर्ती, प्रशिक्षित, सशस्त्र और भुगतान किए गए आतंकवादियों ने अहवाज में हमला किया। ईरान क्षेत्र में आतंकवाद के संरक्षकों और उनके अमेरिकी आका को इस हमले के लिए जिम्मेदार मानता है।”
परेड के दौरान हमला इराक के साथ 1980 से 1988 तक चले युद्ध की स्मृति में राजधानी तेहरान में परेड का आयोजन किया गया था। इसके अलावा पूरे देश में इसकी 30वीं वर्षगांठ के अवसर पर परेड का आयोजन किया गया। यह परेड भी उसी का हिस्सा थी। ईरान-इराक युद्ध सितम्बर 1980 में शुरू हुआ था और अगस्त 1988 में समाप्त हुआ था। बता दें कि जब यह परेड हो रही थी तभी स्टैंड के पीछे से कई बंदूकधारियों ने शूटिंग शुरू की। जिसमें कई लोग मारे गए और घायल हो गए।