पिछले 38 घंटे से भी ज्यादा समय से चल रहा ऑपरेशन खत्म नहीं हुआ है। एनडीआरएफ की टीम मलबे के नीचे दब कर अपनी जिंदगी खो चुके लोगों को बाहर निकालने की कोशिश में लगी है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। लेकिन सत्ता में बैठे लोगों को शायद उनके आंसुओं से कोई फर्क नहीं पड़ रहा। जांच बैठाने और मुआवजे का ऐलान करने के बाद शायद उनका काम खत्म हो गया। क्योंकि प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने इन हादसों को लेकर जहां पूर्व की सरकारों को जिम्मेदार बताया वहीं इस हादसे के लिए खुद जनता को भी जिमेमदार ठहरा दिया। उन्होंने कहा कि पहले केवल लूटने का लक्ष्य रहता था। पिछले शासनकालो में इस तरह इललीगल कंस्ट्रक्शन होते रहे है और ये ये पुराने पाप हैं जो जनता को भुगतने पड़ रहे हैं। दरअसल मंत्री जी के मुताबिक जनता ने ही वोट देकर उन्हें जिताया था जिसके वजह से ये पूर्व की सरकारों के समय से अवैध निर्माण हुए। हालाकि उन्होंने कहा कि यूपी में अब बिना नक्शा पास कोई बिल्डिंग नही बन सकेगी। गैर कानूनी कंस्ट्रक्शन पर रोक लगेगी। शाहबेरी में बिल्डिंग गिरने की जांच के आदेश दे दिए गए है और जो भी दोषी होगा सबके खिलाफ सख्त करवाई होगी।
आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी गांव में मंगलवार रात करीब नौ बजे दो इमारतें भरभराकर कर गिर गईं। जानकारी के मुताबिक निर्माणाधीन बिल्डिंग के ऊपर एक छह मंजिला इमारत ढह गई। स्थानीय लोगों के मुताबिक बिल्डिंग में 10 परिवार रहते थे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना के जांच के आदेश दिए।