इस शर्मनाक घटना के लिए षड़यंत्र तो पता नहीं कब रची गर्इ हो लेकिन इसको शर्मनाक अंजाम पहुंचाने का काम 13 अगस्त को शुरू हुआ था। गोरखपुर कैंपियरगंज थाने (Kampierganj police station) में दर्ज केस के अनुसार क्षेत्र के एक गांव की युवती किसी काम से 13 अगस्त को गांव के चैराहा पर गई थी। इसी दौरान एक पूर्व परिचित युवक मिला और युवती की मां का तबीयत खराब होने की बात कहकर चलने को कहा। युवती हड़बड़ाहट में युवक की बाइक से चल दी। पीड़िता के अनुसार युवक ने गांव से कुछ दूरी पर बाइक रोकर अस्पताल का पता पूछने के बहाने किसी साथी को फोन कर बोलेरो मंगा लिया। बोलेरो गाड़ी में तीन उसके साथी पहुंचे और युवती को जबरिया गाड़ी में बैठा लिए। पीड़िता के अनुसार विरोध करने पर उन लोगों ने असलहा सटाकर जबरिया बैठा (Kidnapping with help of arms) लिया। चारों उसे लेकर नेपाल (Nepal) में किसी जगह पहुंचे। उसके साथ गैंगरेप किया(Gorakhpur Young girl gangraped in nepal) । फिर उसे नेपाल के एक वेश्यालय में बेच दिया(gorakhpur girl sold in nepal for prostitution)।
युवती के अनुसार करीब डेढ़ महीना तक शारीरिक संत्रास झेलने के बाद वह किसी तरह वहां के बदमाशों के चंगुल से छूटी(Girl escaped after 1.5 month)। छह अक्तूबर को वह नेपाल से गोरखपुर पहुंची। घर पहुंचकर परिजन को आपबीती सुनाई। इसके बाद वह कैंपियरगंज थाने पहुंची, पूरा मामला बताकर तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। लेकिन पीड़िता के प्रति संवेदना प्रकट करने की बजाय यहां की पुलिस उनको टरकाती रही। थाने पर गुहार लगाने के बाद बुधवार को युवती एसएसपी डाॅ.सुनील गुप्ता के पास पहुंची। उनको अपनी आपबीती सुनाई।
युवती की बात सुनने के बाद उन्होंने कैंपियरगंज पुलिस को तत्काल केस दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी का आदेश दिया। एसएसपी के आदेश के बाद पुलिस सक्रिय हुई और केस दर्ज किया गया।
कैंपियरगंज पुलिस ने युवती की तहरीर पर चार आरोपियों इंगलेश, धीरज, अनिल व कथित मौसेरे भाई रामकेश के खिलाफ अपहरण, मानव तस्करी व रेप का केस दर्ज किया है।
पीड़िता का आरोप है कि उसके साथ गैंगरेप करने वाले चारो आरोपी मानव तस्करी में लिप्त हैं। वह भोली भाली लड़कियों को अगवा करते हैं। उनको नेपाल ले जाकर देह व्यापार में धकेल देते हैं।