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उधर, गोरखपुर (Gorakhpur) में करीब छह माह पहले एक व्यक्ति विक्षिप्त अवस्था में मिला। स्माइल होम नामक संस्था (Smile Home) में इस व्यक्ति को रखा गया और उसका इलाज प्रारंभ हुआ। काफी दिनों बाद जब वह व्यक्ति कुछ कहने-सुनने की अवस्था में आया तो अपना नाम-पता बताया। फिर संस्था और पुलिस की मदद से बिहार के संबंधित थाने को इत्तला दी गई। जब बिहार पुलिस (Bihar Police came to Gorakhpur UP) ने व्यक्ति का नाम पता जाना तो उसके होश उड़ गए। इसके बाद पुलिस ने परिजन को सूचना दी। यह भी पढ़ें