script

देवरिया शेल्टर होम कांड का खुलासा करने वाले एसपी पर गिरी गाज, डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध

locationगोरखपुरPublished: Aug 16, 2018 04:28:25 am

 
देवरिया में दो बड़े मामलों में कार्रवाई कर सुर्खियों में आए थे रोहन पी.कनय

shelter home

देवरिया शेल्टर होम कांड का खुलासा करने वाले एसपी पर गिरी गाज, डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध

यूपी के देवरिया स्थित शेल्टर होम में बच्चियों के साथ दुव्र्यवहार, शारीरिक व मानसिक शोषण करने के प्रकरण को सामने लाने वाले एसपी पर सरकार की गाज गिरी है। एसपी रोहन पी.कनय को देवरिया से हटाते हुए डीजीपी मुख्यालय संबद्ध कर दिया गया है।
देवरिया में एसपी रहने के दौरान रोहन पी.कनय दो बड़े मामलों में कार्रवाई कर सुर्खियों में आए थे। अवैध तरीके से जमीन रजिस्ट्री कराने के मामले में जिला पंचायत अध्यक्ष सहित कई अधिकारियों पर केस दर्ज कराने के अलावा बीते दिनों वह सरकार और प्रशासन में खासी पैैैठ रखने वाली शेल्टर होम संचालिका गिरजा त्रिपाठी पर कार्रवाई किए थे। शेल्टर होम में लड़कियों के देह व्यापार व शोषण का खुलासा कर उन्होंने कई बड़े नामों के बीच खलबली मचा दी थी। इस पूरे प्रकरण में सरकार की खूब किरकिरी हुर्इ थी। माना जा रहा है कि इस वजह से शासन में बैठे कुछ लोग नाराज चल रहे थे।
shelter home
यह है देवरिया शेल्टर होम कांड

बिहार के मुजफ्फरनगर के बाद यूपी के देवरिया में एक बालिकागृह में पुलिस ने एक बड़े सेक्स रैकेट का खुलासा किया था। पुलिस कप्तान रोहन पी.कनय के अनुसार मान्यता रद होने के बाद बालिका गृह का संचालन हो रहा था। मां विंध्यवासिनी महिला शिक्षण प्रशिक्षण व समाज सेवा संस्थान द्वारा देवरिया में बाल गृह बालिका, बाल गृह शिशु सहित कई गतिविधियां संचालित की जा रही थी। जबकि उत्तर प्रदेश सरकार ने इस संस्था की मान्यता रद कर दी थी। इस संस्था से भाग कर बेतिया बिहार की रहने वाली एक बच्ची प्रताड़ना से तंग आकर किसी तरह भाग कर महिला थाने पहुंची। उसने अपनी आपबीती पुलिस को सुनाई। महिला थाने से एसपी को जानकारी दी गई। एसपी ने तत्काल कार्रवाई को निर्देश दिया। देर रात में ही फोर्स के साथ बालिका गृह में छापेमारी हुई। इस छापेमारी में 24 बच्चियों व महिलाओं को मुक्त कराया गया। एसपी रोहित पी कनय ने बताया कि बच्चियों की उम्र 15 से 18 साल है। इन्होंने बातचीत में बताया कि इनसे गलत कृत्य कराया जा रहा है। रिकॉर्ड के अनुसार 18 बच्चियां गायब थीं। इस प्रकरण में इस गृह की अधिक्षिका कंचनलता, संचालिका गिरिजा त्रिपाठी, मोहन किशोर त्रिपाठी को गिरफ्तार किया गया था। बच्चियों ने मीडिया में बताया था कि दीदी लोगों को लेने के लिए रात में कार आती थी। जब वह लोग वापस आती थी बहुत रोते हुए आती, पूछने पर कुछ नहीं कहती। बच्चियों ने बताया कि उनसे बहुत काम लिया जाता था, पोछा भी लगाया जाता था। नहीं करने पर मारा पीटा जाता था।
मामला सुर्खियों में आने के बाद सरकार ने दो अधिकारियों पर कार्रवाई कर लीपापोती शुरू कर दी। हालांकि, हाईकोर्ट की सख्ती के बाद जांच में तेजी आई।

ट्रेंडिंग वीडियो