निकलेगी शोभा यात्रा, सीएम होंगे शामिल
श्रीरामकथा ज्ञान-यज्ञ का उद्घाटन 22 सितम्बर को 2 बजे से श्री बाल्मिकि रामायण की शोभायात्रा के साथ होगा। शोभायात्रा के दौरान महायोगी गुरु श्री गोरखनाथ के पूजन और उनकी परिक्रमा के बाद महन्त दिग्विजयनाथ एवं महन्त अवेद्यनाथ की समाधि पर पुष्पांजलि के साथ संपंन होगी। उसके बाद दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में अखण्ड ज्योति की स्थापना के साथ व्यास पीठ पर कथाव्यास प्रतिष्ठित होंगे। मुख्यमंत्री/गोरक्षपीठाधीश्वर महन्त योगी आदित्यनाथ इस दौरान उपस्थित रहेंगे।
श्रीरामकथा ज्ञान-यज्ञ का उद्घाटन 22 सितम्बर को 2 बजे से श्री बाल्मिकि रामायण की शोभायात्रा के साथ होगा। शोभायात्रा के दौरान महायोगी गुरु श्री गोरखनाथ के पूजन और उनकी परिक्रमा के बाद महन्त दिग्विजयनाथ एवं महन्त अवेद्यनाथ की समाधि पर पुष्पांजलि के साथ संपंन होगी। उसके बाद दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में अखण्ड ज्योति की स्थापना के साथ व्यास पीठ पर कथाव्यास प्रतिष्ठित होंगे। मुख्यमंत्री/गोरक्षपीठाधीश्वर महन्त योगी आदित्यनाथ इस दौरान उपस्थित रहेंगे।
समसामयिक विषयों पर होगा सम्मेलन
योगी कमल नाथ ने बताया कि साप्ताहिक श्रद्धांजलि समारोह के अन्तर्गत समसामायिक विषयों पर सम्मेलन आयोजित होगा। 23 सितम्बर को सुबह 10 बजे गोरक्षपीठाधीश्वर महन्त योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शुरुआत होगा। उद्घाटन समारोह में ‘लोक-कल्याण भारतीय संस्कृति की विशेषता है’ विषयक संगोष्ठी में मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री डॉ. सत्यपाल सिंह मुख्य वक्ता होंगे। दिगम्बर अखाड़ा अयोध्या के महन्त सुरेश दास मुख्य अतिथि एवं बड़े भक्तमाल अध्योध्या के महन्त अवधेश दास विशिष्ट अतिथि होंगे। 24 सितम्बर को संस्कृत एवं संस्कृति, 25 सितम्बर को ‘सामाजिक समरसता भारतीय संस्कृति का प्राण है’, 26 सितम्बर को ‘भारतीय संस्कृति में ‘गो-सेवा का महत्त्व’, 27 सितम्बर को ‘स्वच्छ भारत अभियान समर्थ भारत अभियान की आधारशिला है’ पर सम्मेलन होगा।
28 सितम्बर को महन्त दिग्विजयनाथ एवं 29 सितम्बर को महन्त अवेद्यनाथ की श्रद्धांजलि सभा आयोजित होगी। 28-29 सितम्बर को अखण्ड मानस पाठ और भण्डारा होगा। इन दोनों कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल होंगे।
योगी कमल नाथ ने बताया कि साप्ताहिक श्रद्धांजलि समारोह के अन्तर्गत समसामायिक विषयों पर सम्मेलन आयोजित होगा। 23 सितम्बर को सुबह 10 बजे गोरक्षपीठाधीश्वर महन्त योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शुरुआत होगा। उद्घाटन समारोह में ‘लोक-कल्याण भारतीय संस्कृति की विशेषता है’ विषयक संगोष्ठी में मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री डॉ. सत्यपाल सिंह मुख्य वक्ता होंगे। दिगम्बर अखाड़ा अयोध्या के महन्त सुरेश दास मुख्य अतिथि एवं बड़े भक्तमाल अध्योध्या के महन्त अवधेश दास विशिष्ट अतिथि होंगे। 24 सितम्बर को संस्कृत एवं संस्कृति, 25 सितम्बर को ‘सामाजिक समरसता भारतीय संस्कृति का प्राण है’, 26 सितम्बर को ‘भारतीय संस्कृति में ‘गो-सेवा का महत्त्व’, 27 सितम्बर को ‘स्वच्छ भारत अभियान समर्थ भारत अभियान की आधारशिला है’ पर सम्मेलन होगा।
28 सितम्बर को महन्त दिग्विजयनाथ एवं 29 सितम्बर को महन्त अवेद्यनाथ की श्रद्धांजलि सभा आयोजित होगी। 28-29 सितम्बर को अखण्ड मानस पाठ और भण्डारा होगा। इन दोनों कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल होंगे।
श्रद्धांजलि समारोह में हिमांचल के अतिथि होंगे शामिल
श्रद्धांजलि समारोह में जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानन्द सरस्वती ज्योतिषपीठ, जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी वासुदेवाचार्य हरिद्वार, जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी हंसदेवाचार्य हरिद्वार, परमार्थ आश्रम के स्वामी चिन्मयानन्द हरिद्वार, स्वामी गोपाल अरैल प्रयाग, महन्त श्यामदास जबलपुर, महन्त नारायण गिरि गाजियाबाद, स्वामी विद्याचैतन्य नैमिषारण्य, महन्त सुरेन्द्र नाथ कालिका मन्दिर दिल्ली, डॉ. रामबिलास दास वेदान्तीअयोध्या, महन्त शिवनाथ कटक उड़ीसा, ब्रहमचारी दास लाल आगरा समेत देशभर के प्रतिष्ठित धर्माचार्य, साधु एवं सन्त एवं हिमांचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत सम्मिलित होंगे।
श्रद्धांजलि समारोह में जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानन्द सरस्वती ज्योतिषपीठ, जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी वासुदेवाचार्य हरिद्वार, जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी हंसदेवाचार्य हरिद्वार, परमार्थ आश्रम के स्वामी चिन्मयानन्द हरिद्वार, स्वामी गोपाल अरैल प्रयाग, महन्त श्यामदास जबलपुर, महन्त नारायण गिरि गाजियाबाद, स्वामी विद्याचैतन्य नैमिषारण्य, महन्त सुरेन्द्र नाथ कालिका मन्दिर दिल्ली, डॉ. रामबिलास दास वेदान्तीअयोध्या, महन्त शिवनाथ कटक उड़ीसा, ब्रहमचारी दास लाल आगरा समेत देशभर के प्रतिष्ठित धर्माचार्य, साधु एवं सन्त एवं हिमांचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत सम्मिलित होंगे।
रामकथा श्रवण करने वाले श्रद्धालुओं के लिए चलेगी निशुल्क बसें
श्री गोरखनाथ मन्दिर की ओर से प्रतिदिन निःशुल्क बस सेवा श्रद्धालुओं को लाने-ले जाने के लिए 2 बजे से उपलब्ध होगी। प्रथम रुट लालडिग्गी पार्क-बाबा चैन सिंह मन्दिर-इलाहीबाग-सूर्यकुण्ड ओवरब्रिज-रामलीला मैदान-अधियारीबाग होते हुए गोरखनाथ मन्दिर, दूसरा रुट मुन्शी प्रेमचन्द्र पार्क-टीडीएमचैराहा-रीड्स साहब धर्मशाला-शास्त्रीचैक-गोलघर-धर्मशाला से गोरखनाथ मंदिर तीसरे रुट पर इन्जिनियरिंग कालेज-गिरधरगंज-छात्रसंघ चैराहा-विश्वविद्यालय चैराहा- रेलवे स्टेशन महाराणा प्रताप तिराहा से गोरखनाथ मंदिर। इसी तरह चैथा रुट गीता गार्डेन-धर्मपुर तिराहा-पादरीबाजार पुलिस चैकी-खजांची चैराहा-स्पोट्स कालेज-राणी सती मन्दिर-जंगल नकहा ओवरब्रिज-रामनगर चैराहा से गोरखनाथ मंदिर और पांचवा रुट महेसरा – बरगदवा-राजेन्द्रनगर होते हुए गोरखनाथ मंदिर
श्री गोरखनाथ मन्दिर की ओर से प्रतिदिन निःशुल्क बस सेवा श्रद्धालुओं को लाने-ले जाने के लिए 2 बजे से उपलब्ध होगी। प्रथम रुट लालडिग्गी पार्क-बाबा चैन सिंह मन्दिर-इलाहीबाग-सूर्यकुण्ड ओवरब्रिज-रामलीला मैदान-अधियारीबाग होते हुए गोरखनाथ मन्दिर, दूसरा रुट मुन्शी प्रेमचन्द्र पार्क-टीडीएमचैराहा-रीड्स साहब धर्मशाला-शास्त्रीचैक-गोलघर-धर्मशाला से गोरखनाथ मंदिर तीसरे रुट पर इन्जिनियरिंग कालेज-गिरधरगंज-छात्रसंघ चैराहा-विश्वविद्यालय चैराहा- रेलवे स्टेशन महाराणा प्रताप तिराहा से गोरखनाथ मंदिर। इसी तरह चैथा रुट गीता गार्डेन-धर्मपुर तिराहा-पादरीबाजार पुलिस चैकी-खजांची चैराहा-स्पोट्स कालेज-राणी सती मन्दिर-जंगल नकहा ओवरब्रिज-रामनगर चैराहा से गोरखनाथ मंदिर और पांचवा रुट महेसरा – बरगदवा-राजेन्द्रनगर होते हुए गोरखनाथ मंदिर