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दलित शोध छात्र आत्महत्या के प्रयास मामले में नया मोड़, आरोपी शिक्षकों ने विभागीय शिक्षक पर लगाया फंसाने का आरोप

locationगोरखपुरPublished: Sep 21, 2018 01:41:09 am

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विवि में एक दलित शोध छात्र ने विवि के दो शिक्षकों पर जातीय टिप्पणी कर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए आत्महत्या का प्रयास किया थ

DDU convocation

डीडीयू

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विवि में दलित शोध छात्र के उत्पीड़न आैर उसके आत्महत्या के प्रयास का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। विवि ने जांच कमेटी गठित कर दी है। उधर, आरोपी दोनों शिक्षकों ने अपना बयान जारी कर खुद को निर्दोष बताया है। दोनों शिक्षकों ने विभाग के ही एक वरिष्ठ शिक्षक पर इस मामले में साजिश रचने का आरोप लगाया है। दोनों शिक्षकों के अनुसार साजिश करने वाले शिक्षक के पुत्र की शिकायत करने आैर जांच कराने से खार खाए सहयोगी ने छात्र को उकसा कर यह सब कराया है।
डीडीयू में दलित शोध छात्र आत्महत्या के प्रयास प्रकरण में तीन सदस्यीय कमेटी, विभागाध्यक्ष हटाए गए https://www.patrika.com/gorakhpur-news/ddu-formed-committee-to-investigate-dalit-research-scholar-harassment-3443665/?utm_source=FacebookUP&utm_medium=Social
इस प्रकरण में आरोपी एक शिक्षक प्रो.सीपी श्रीवास्तव ने अपने पर लगे आरोपों को खारिज करते हुए बयान जारी किया है कि मुझे इसमें लांछित किया जाना भी दुर्भाग्यपूर्ण है। डीन के रूप में इसी 30 अगस्त 2018 को मैंने उनका शोध में पंजीकरण आदेश निकलवाया है। अतः ये कहना ठीक नही की मैने उन्हें शोध से रोका। प्रो.श्रीवास्तव ने कहा कि इस विश्वविद्यालय में अपनें 38 वर्षों के अध्यापन में मैंने किसी भी विद्यार्थी/शोधार्थी को जाति ***** शब्द इस्तेमाल नहीं किया है। उन्होंने अपने विभाग के ही एक शिक्षक पर इस साजिश में शामिल होने का आरोप लगाते हुए बताया है कि 2014 में मैंने प्रो. डी एन यादव के पुत्र मनोज कुमार यादव जो क्रीमी लेयर होने के बावजूद नान क्रीमी लेयर बनकर यूजीसी जेआरएफ ले रहे थे, उसकी वसूली के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को लिखा था। इसी का प्रतिशोध प्रो. डी एन यादव मुझसे ले रहे हैं। इसके लिए वे दीपक कुमार को गुमराह करके मोहरा बना रहे हैं।
यूपी के विवि में प्रताड़ना से आजिज दलित शोध छात्र ने खाया जहर, विवि के उंची जाति के शिक्षकों पर आरोप https://www.patrika.com/gorakhpur-news/dalit-research-scholar-attempt-to-suicide-due-to-caste-teasing-3441941/?utm_source=FacebookUP&utm_medium=Social
इसी तरह तात्कालिक तौर पर पद से हटाए गए विभागाध्यक्ष प्रो.द्वारिका प्रसाद ने भी अपने विभाग के ही शिक्षक पर साजिश कर ऐसा करवाने का आरोप लगाया है। प्रो.द्वारिका प्रसाद ने भी अपने पर लगे आरोपों को खारिज किया है। उनका कहना है कि उनके कई छात्र अनुसूजित जाति के हैं। 38 साल की सेवा में कभी भी कोई आरोप नहीं लगा। उन्होंने विभाग के ही एक शिक्षक पर प्रतिशोध में शोध छात्र को उकसाने का आरोप लगाया है।

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