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गोरखपुर में बाढ़: मंत्री से लेकर अधिकारियों के बड़े-बड़े दावे हुए फेल, कराह रही जनता बतादें कि गोरखपुर के कई इलाके में बाढ़ का कहर जारी है। कुछ लोग तो घर से बेघर तक हो गए हैं। बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए प्रशासनिक व्यवस्था नाकाफी हैं। बाढ़ में फंसे लोग बार-बार मदद की गुहार लगा रहे थे, लेकिन वहां प्रशासन के जिम्मेदारों की बोट या नाव नहीं पहुंच सकी थी, जबकि एनडीआरएफ की टीम महज तीन बोट के जरिए पूरे गांव के लोगों को बचाने की जद्दोजहद में जुटी हुई थी।दर्जनों गांव पर मंडरा रहा खतरा
करमहा गांव के पास बंधा कटने से गांव के लोग दहशत में हैं। 72 घंटे से ग्रामीण बांध बचाने की जुगत में लगे हुए थे, लेकिन गांव वालों की मानें तो जिम्मेदारों की मदद न मिलने से बंधे को बचाने में वह नाकाम रहे। पानी लगातार फैल रहा है. इसकी वजह से गांव बुधवार की रात जहां आधा दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में आ गए थे। वहीं इससे अब दूसरे गांव में भी खतरा मंडरा रहा है।
बाढ़ स्पेशल ट्रेनें आज से
बाढ़ प्रभावित इलाकों में बस सेवा बंद होने के बाद रेलवे ने गोरखपुर से बढ़नी के बीच दो स्पेशल ट्रेन चलाने की मंजूरी दी है। ट्रेने शुक्रवार से हाल्ट सहित सभी स्टेशनों पर रुकेगी।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में बस सेवा बंद होने के बाद रेलवे ने गोरखपुर से बढ़नी के बीच दो स्पेशल ट्रेन चलाने की मंजूरी दी है। ट्रेने शुक्रवार से हाल्ट सहित सभी स्टेशनों पर रुकेगी।
गोरखपुर में इंटरमीडिएट तक के स्कूल बंद
बाढ़ की आशंका को देखते हुए डीएम राजीव रौतेला ने जिले भर के इंटर तक के सभी सरकारी और गैरसरकारी स्कूल दो दिन 18 और 19 अगस्त को बंद कर दिए गए हैं। बीएसए डीआईओएस की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि यदि स्कूल खुले तो प्रबंधतंत्र के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बाढ़ की आशंका को देखते हुए डीएम राजीव रौतेला ने जिले भर के इंटर तक के सभी सरकारी और गैरसरकारी स्कूल दो दिन 18 और 19 अगस्त को बंद कर दिए गए हैं। बीएसए डीआईओएस की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि यदि स्कूल खुले तो प्रबंधतंत्र के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।