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यूपी के 1.18 करोड़ परिवारों को इलाज के लिए भटकना नहीं होगाः योगी आदित्यनाथ

locationगोरखपुरPublished: Sep 24, 2018 02:21:39 am

लाभार्थियों को गोल्डेन ई-कार्ड सौंपा

Health project

यूपी के 1.18 करोड़ परिवारों को इलाज के लिए भटकना नहीं होगाः योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बी.आर.डी. मेडिकल काॅलेज से आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का शुभारम्भ किया। उन्होंने 5 लाभार्थियों पुनीता, रोहन, राममिलन भारती, कैलाश और उषा देवी को गोल्डेन ई-कार्ड भी सौंपा। इस योजना का रांची में पीएम मोदी द्वारा किए गए शुभारंभ का लाइव प्रसारण भी मुख्यमंत्री ने अन्य लोगों के साथ बैठकर देखा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजाद भारत के इतिहास में पहली बार प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत करोड़ों भारतवासियों की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित होगी और इन्हें गम्भीर बीमारियों के इलाज हेतु मुफ्त चिकित्सा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस योजना के अन्तर्गत देश के लगभग 10 करोड़ गरीब परिवारों को रूपये 5 लाख प्रतिवर्ष प्रति परिवार को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ दिया जायेगा। इस योजना से देश के लगभग 50 करोड़ लोग लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि यूपी में इस योजना के तहत 1.18 करोड़ परिवारों को सामाजिक आर्थिक जनगणना के आधार पर शामिल किया गया है जिससे लगभग 6 करोड़ लोगों को योजना का लाभ मिलेगा तथा जनपद में लगभग 3 लाख परिवार प्रथम चरण में लाभान्वित होगे। इसके अतिरिक्त छूटे हुए लोगों को भी इस योजना से आच्छादित किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोक कल्याण की यह बड़ी योजना है और इसके तहत बिना भेद भाव पात्रों को आच्छादित किया जायेगा। मरीज को किसी भी सूचीबद्ध चिकित्सालयों (निजी एवं सरकारी) में निशुल्क चिकित्सा सुविधा प्रदान की जायेगी। समस्त पुरानी व नई गंभीर बीमारियोें जैसे कैंसर, हृदय रोग आदि बीमारियों का इलाज सम्भव होगा। इस योजना की मानीटरिंग राज्य सरकार स्वयं करेगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि बी.आर.डी. मेडिकल कालेज में रीजनल रिसर्च सेन्टर की व्यवस्था की जा रही है, एम्स का निर्माण किया जा रहा है तथा अगले महीने 8 नये सुपर स्पेशिलिटी ब्लाक का शुभारम्भ होगा और उन्होंने यह भी कहा कि एम्स के तैयार होने से पहले बी.आर.डी. मेडिकल कालेज मिनी एम्स के रूप में कार्य करेगा।
उन्होंने कहा कि बी.आर.डी. मेडिकल कालेज में 108 बेड का रैन बसेरा भी समर्पित किया गया है। यहां की सड़कों को ठीक कराया गया है ताकि मरीज, उनके अटेण्डेन्ट को आने जाने में कोई असुविधा न हो सके। यहां पर 500 बेड का बाल चिकित्सा संस्थान भी बनाया जा रहा है, सी.आर.सी. की स्थापना का कार्य भी तेजी से प्रारम्भ हो गया है। उन्होंने कहा कि हर अस्पताल में यह सूची लगाई जाये कि यहां किस किस बीमारी के उपचार होंगे और सरकार द्वारा बीमारी के इलाज हेतु पैकेज का भी अंकन हो। अब बीमारी के इलाज हेतु गरीब को अपना खेत नही बेचना पड़ेगा, जेवर गिरवी नही रखना पड़ेगा और इलाज के लिए पैसे के लिए भटकना नही पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब सभी लोग स्वस्थ्य एवं खुशहाल होंगे तभी सशक्त राष्ट्र विकसित होगा।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि इस योजना के तहत प्रदेश में 700 से उपर अस्पताल सूचीबद्ध है तथा आगे लगभग 2000 अस्पतालों को जोड़ा जायेगा इस प्रकार 2500 अस्पतालों को इसके तहत सम्मिलित किया जाना है। सूचीबद्ध अस्पतालांे में पात्र मरीज जायेगा बिना इलाज के वापस नही होगा। उन्होंने कहा कि छोटे छोटे कस्बे में भी आधुनिक अस्पताल खोला जाना प्रस्तावित है। इसके अतिरिक्त 100 जन औषधि केन्द्र सस्ती दवाओं के लिए खोले गये है। गरीब जब स्वस्थ्य होगा तो प्रदेश स्वस्थ्य होगा। स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में इस योजना को संचालित किया गया है।
इस अवसर पर सिंचाई एवं सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह, सांसद बासगांव कमलेश पासवान, विधायक डाॅ. राधामोहन दास अग्रवाल, फतेह बहादुर सिंह, शीतल पाण्डेय, संत प्रसाद, महेन्द्रपाल सिंह, विपिन सिंह, संगीता यादव, महापौर सीताराम जायसवाल आदि मौजूद रहे।

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