गोंडा जिले के खोंडारे थाना क्षेत्र अंतर्गत केशव नगर ग्रांट गांव के रहने वाले रविंदर शर्मा ने प्रसव पीड़ा होने पर अपनी पत्नी लल्ली देवी को गुरुवार के दोपहर गौरा चौकी स्थित एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। अस्पताल में मौजूद डॉ राजेश ने प्रसूता के पति से ऑपरेशन करने के लिए 35 हजार रुपए जमा करवाया। इसके बाद ऑपरेशन रूम में लेकर चले गए। आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही से ऑपरेशन के दौरान जच्चा- बच्चा की मौत हो गई। जच्चा बच्चा की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। महिला की मौत के बाद परिजनों ने जमकर अस्पताल में हंगामा काटा था। पुलिस ने लोगों को समझा बूझकर मामला शांत कराया। पुलिस ने महिला के पति की तहरीर पर गैर इरादतन हत्या राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू किया। तो अस्पताल की कलई खुल गई। पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि डॉक्टर के पास मेजर ऑपरेशन का लाइसेंस न होने के बाद भी प्रसूता को भर्ती कर लिया। इसके साथ ही चिकित्सक के पास मेजर ऑपरेशन की कोई डिग्री ना होने के बावजूद डॉक्टर ने ऑपरेशन कर दिया। डॉक्टर पर यह भी आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान प्रसूता की हालत बिगड़ने पर बिना ऑपरेशन पूरा किये टांका लगाकर महिला को रेफर करने लगे। अत्यधिक रक्त स्राव होने के कारण जच्चा- बच्चा दोनों की मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर अस्पताल संचालक राजेश पांडे और ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर केदारनाथ पांडे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अस्पताल संचालक और डॉक्टर दोनों बस्ती जिले के रहने वाले हैं।