यह है मामला- निशातगंज की पेपर मिल कॉलोनी के निवासी ज्ञानेंद्र सिंह अखिल भारतीय ग्रामप्रधान संगठन के राष्ट्रीय महासचिव हैं और गोंडा के तरबगंज इलाके में अपने भाई वीरेंद्र प्रताप सिंह के साथ किसान क्लब बनाकर खाद, बीज व कीटनाशक दवाओं की ब्रिक्री का भी काम करते हैं। इस किसान क्लब में कई महिलाएं भी काम करती हैं। इस दौरान ज्ञानेंद्र की मां ने अपनी एक सहेली की नातिन को क्लब में नौकरी दिलाने की सिफारिश की थी। दो महीने पहले युवती ने तरबगंज में ज्ञानेंद्र से संपर्क करके नौकरी की बात की। ज्ञानेंद्र ने स्थान रिक्त होने पर उसे बुलाने का आश्वासन दिया था। इसके बाद युवती ने उन्हें कॉल करनी शुरू कर दीं। कुछ दिनों बाद उसने प्यार का इजहार करने के साथ शादी की पेशकश तक कर डाली। हैरत में पड़े ज्ञानेंद्र ने अपने जवान बेटे-बेटी के बारे में जानकारी देने के साथ युवती को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी और लगातार कॉल करती रही।
ज्ञानेंद्र को किया ब्लैकमेल- इस दौरान जब ज्ञानेंद्र ने दृढ़ता से उसके शादी के ऑफर को ठुकराया तो युवती ने उससे 20 लाख रुपए की मांग की। ऐसे न करने पर उसने ज्ञानेेंद्र को दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाने का फैसला किया। मामला बढ़ता देख ज्ञानेंद्र ने गोंडा के सीओ से शिकायत की तो युवती ने सीओ को भी कॉल करनी शुरू कर दी। तंग आकर सीओ ने ज्ञानेंद्र से समझौते की पेशकश कर डाली। प्रधान संघ के कोई खास मदद न मिलती देख ज्ञानेंद्र ने लखनऊ के महानगर कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज कराई। वह मुख्यमंत्री और डीजीपी से गुहार लगाने के साथ आत्मदाह की चेतावनी भी दे चुका है।