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एक ही झटके में 40 मजदूरों को घर वापस ले आई थीं सुषमा स्वराज

locationगिरिडीहPublished: Aug 07, 2019 06:05:57 pm

Submitted by:

Brijesh Singh

Sushma Swaraj: सुषमा स्वराज को जैसे ही सऊदी में फंसे भारतीयों की जानकारी मिली, उन्होंने तुरंत भारतीय दूतावास ( Saudi Arab Embassy ) के माध्यम से वहां की सरकार पर दवाब बनाया।

Sushma swaraj

एक ही झटके में 40 मजदूरों को घर वापस ले आई थीं सुषमा स्वराज

( गिरडीह/रांची, रवि सिन्हा ) । पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने विदेश में फंसे कई झारखंड वासियों को वापस घर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। राज्य के हजारीबाग और गिरिडीह जिले के 41 लोग वर्ष 2016 में काम की तलाश में सऊदी अरब ( Saudi Arab ) गए थे, लेकिन दलालों के माध्यम से विदेश जाने के कारण वे धोखाधड़ी के शिकार हो गए। विदेश में नौकरी का वादा करने वाली कंपनी ने उन्हें बंधक बना लिया। आठ महीने तक उन्हें बिना वेतन के काम करवाया जाता रहा। वेतन तो नहीं ही मिलता था, अलबत्ता इन सभी 41 लोगों को एक साथ एक ही कमरे में ठूंस कर रखा जाता था।

अपनी दुर्दशा का वीडियो बना कर भेजा था संदेश

मजदूर बताते हैं कि इन्हें दो वक्त का खाना भी नहीं दिया जाता था। आखिरकार थक-हारकर इन्होंने अपने हालात का वीडियो बनाया और तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ( Sushma swaraj ) से वतन वापसी की गुहार लगाई। सुषमा स्वराज को जैसे ही इसकी जानकारी मिली, उन्होंने सऊदी स्थित भारतीय दूतावास ( Saudi Arab Embassy ) के माध्यम से वहां की सरकार पर दवाब बनाया। तब कहीं जाकर इन इन भारतीयों को रिहाई मिल पाई और चरणबद्ध तरीके से इनकी घर वापसी संभव हो पाई। साउदी अरब से वे सकुशल वापस लौटे।

जब रो पड़ा गिरिडीह और कोडरमा

जब गिरिडीह और कोडरमा के मजदूरों और उनके परिजनों को यह सूचना मिली कि मंगलवार देर रात सुषमा स्वराज का निधन ( sushma swaraj Died ) हो गया, तो वे और पूरा इलाका शोक में डूब गए। जिन मजदूरों को सुषमा स्वराज के प्रयास से विदेश से छुड़वाया गया था, उन मजदूरों और उनके परिवारों के लिए सुषमा स्वराज भगवान के समान हो गईं। इन श्रमिकों और उनके परिजनों का कहना है कि मैडम ( Sushma Swaraj Helped ) उनके लिए भगवान समान थीं। उनके ही प्रयासों का नतीजा था कि वे अपने घर वापस आ पाए। इन मजदूरों में कई तो सुषमा स्वराज के निधन की खबर सुन कर रो ही पड़े।

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