कोडरमा लोकसभा सीट से महागठबंधन प्रत्याशी बाबूलाल मरांडी ने मंगलवार को गिरिडीह स्थित आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि नक्सलियों द्वारा डाक से मिली चिट्ठी भेज कर उन्हें धमकी दी गई है। बाबूलाल मरांडी ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। झाविमो अध्यक्ष ने कहा कि वे पूर्व से ही नक्सलियों के निशाने पर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनका पुत्र नक्सली हमले में मारा गया है लिहाजा वह इस मामले की जांच की मांग करते हैं। यह पत्र रांची से नक्सलियों ने भेजा है और चुनाव तक झारखंड नहीं छोड़ने की स्थिति में कोडरमा के कांग्रेसी नेता जिलाध्यक्ष शंकर यादव की तरह गाड़ी समेत उड़ा देने की धमकी दी गई हैं।
लाल स्याही से किसी अविनाश कुमार सिन्हा नामक के लेटर पैड पर लिखे हस्तलिखित पत्र में बाबूलाल मरांडी को बताया गया है कि नक्सली संगठन भाकपा-माओवादी ने राज्य की सभी 14 लोकसभा सीट को लेकर एक राजनीतिक दल के साथ समझौता हुआ है, उस समझौते के कारण भाकपा-माओवादी को चुनाव में संबंधित राजनीतिक दल को ऐतिहासिक जीत दर्ज करवाने का जिम्मा सौंपा गया है, इसलिए उन पर 23 अप्रैल से 19 मई तक झारखंड में रहने पर प्रतिबंध लगाया जाता है। इसके अलावा 48 घंटे के अंदर बाबूलाल मरांडी को चुनाव में खड़े पार्टी प्रत्याशी को बैठाने का भी निर्देश दिया गया है।