दरअसल, 29 नवंबर 2005 को उत्तर प्रदेश के
गाजीपुर जिले में सरेआम जब भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड को अत्ता-उर-रहमान, प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी और संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा सहित 6 लोगों ने अंजाम दिया था। इनमें से
मुख्तार अंसारी के खास गुर्गे अत्ता-उर-रहमान उर्फ सिकंदर ने हत्याकांड की पूरी प्लानिंग तैयार की थी।
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Latest News in Ghazipur कहा जाता है कि सिकंदर ने कृष्णानंद राय ही नहीं, बल्कि 1990 के दशक में मुख्तार अंसारी के सभी बड़े कांडों में अपना शातिर दिमाग इस्तेमाल किया था। मुख्तार की मौत के बाद अब इस सिकंदर का पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आया है।
एचटी की रिपोर्ट के अनुसार, अत्ता-उर-रहमान गाजीपुर के मोहम्मदाबाद में महारूपुर गांव का रहने वाला था। रहमान शुरुआत में मुख्तार अंसारी के बड़े भाई अफजाल अंसारी के लिए काम करता था। अफजाल राजनीति में उतरे तो उनके चुनाव प्रचार की पूरी जिम्मेदारी रहमान के हाथों में ही थी। बाद में रहमान ने अपनी भतीजी अफशां का निकाह मुख्तार अंसारी के साथ करा दिया और खुद मुख्तार के लिए काम करने लगा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अत्ता-उर-रहमान का शातिर दिमाग देखते हुए मुख्तार उसे सिकंदर बुलाता था।
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एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी स्पेशल टास्क फोर्स के डीएसपी दीपक कुमार सिंह ने बताया, “साल 2005 में हुए कृष्णानंद राय हत्याकांड में अत्ता-उर-रहमान उर्फ सिकंदर का नाम मुख्य आरोपियों में शामिल किया गया। इसके बाद सिकंदर अंडरग्राउंड हो गया। पुलिस और सीबीआई उसे तलाशती रही, लेकिन सिकंदर का कोई सुराग नहीं मिला। अब हमारे पास जो जानकारी मौजूद है, उसके मुताबिक पाकिस्तान में सिकंदर के कुछ रिश्तेदार रहते हैं। यहां अपने लिए खतरा भांपकर आरोपी भारत से पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान भाग गया है। पता ये भी चला है कि वहां उसने एक पाकिस्तानी महिला मुमताज बेगम से निकाह कर लिया है। हालांकि सिकंदर पाकिस्तान में कहां छिपा है, इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है।”