गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश में 2017 में होने वाले चुनाव से पहले राजनीतिक सियासत में जमकर उठक पठक मची हुई है। भाजपा और बसपा के बीच जंग छिड़ी हुई है, तो सपा को गाजियाबाद में जमकर नुकसान पहुंचा है।
दरअसल, सपा के वरिष्ठ नेता सुधन रावत ने आज से अधिकारिक तौर पर साइकिल से उतरकर बसपा का दामन थाम लिया है। बसपा के वरिष्ठ नेता नसीमुद्दीन सिद्दकी ने शुक्रवार को सुधन रावत की ज्वाइंनिग कराई। रावत और उनके सैकड़ों समर्थकों के आने के बाद गाजियाबाद में सभी राजनीतिक पार्टियों का गणित फिर से बिगड़ गया है।
सपा को उसी के अंदाज में सुधन रावत ने दिया जवाब
छह साल तक समाजवार्दी पार्टी में रहने वाले सुधन रावत ने सपा को उसी के अंदाज में जवाब दिया। लगातार पार्टी का समर्थन करने के बावजूद गाजियाबाद के नेताओं ने आलाकमान से शिकायत की। पार्टी से निष्कासित किए जाने के बाद में आज उन्होंने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ में सपा को पंचर करके बसपा में एंट्री ली।
सपा के गुंडाराज में लोग कर रहे त्राही त्राही
नसीमुद्दीन ने सपा पर निशाना उतारते हुए कहा कि आज प्रदेश में पूरी तरह से त्राहि-त्राहि मची हुई है। जिधर देखो उधर लूट, बलात्कार, डकैती, छिनैती, अपहरण, फिरौती के अलावा सरकारी जमीनों पर कब्जा करना ही सपा की नीति है। गन्ना किसानों का भुगतान इस सरकार में नहीं किया जा रहा, जबकि बसपा सरकार में जिस मिल मालिक ने भुगतान नहीं दिया। उसको बहन मायावती के आदेश पर सलाखों के पीछे डाल दिया। समाजवादी का नारा है कि जितना बड़ा अपराधी है, वहीं उतना बड़ा समाजवादी है।