खेलो पत्रिका Flash Bag NaMo9 Contest और जीतें आकर्षक इनाम, कॉन्टेस्ट मे शामिल होने के लिए http://flashbag.patrika.com पर विजिट करें। दर्द से तड़प रही थी किशोरी जानकारी के अनुसार, ऋषिकेश में रामझूला पुल पर 15 साल की एक किशोरी मछली का खाना बेचा करती है। मंगलवार को उसे सीने में दर्द की शिकायत हुई। वह दर्द से वहां पर तड़पने लगी। वहां से गुजरने वाले लोग उसे देखते और आगे बढ़ जाते। इस बीच सामाजिक कार्यकर्ता दीपक बेंजवाल वहां से गुजरे तो उन्होंने उसे तड़पते हुए देखा।
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सामाजिक कार्यकर्ता ने पहुंचाया अस्पताल मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दीपक बेंजवाल ने जब उससे परिजनाें के बारे में पूछा तो उसने कहा कि वहां उसका कोई भी रिश्तेदार नहीं है। इसके बाद दीपक उसे राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश ले गए। वहां इलाज के बाद उसकी हालत में सुधार हुआ। फिर दोबारा पूछताछ करने पर किशोरी ने अपना नाम मनीषा ठाकुर बताया। उसकी बताई कहानी सुनकर वहां मौजूद लोगों के होश उड़ गए। यह भी पढ़ें
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पहचान छुपाकर रह रही थी यहां पर मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, किशोरी ने बताया कि वह 10 साल पहले गाजियाबाद से भागकर यहां आ गई थी। वह यहां पर अपनी पहचान छुपाकर रह रही थी। वह ऋषिकेश में मछली का खाना बेचकर अपना गुजारा चला रही है। उसने अपने परिजनों के बारे में यहां किसी को नहीं बताया है। यह भी पढ़ें
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गाजियाबाद में सब्जी का ठेला लगाता है पिता किशोरी के अनुसार, उसके पिता गाजियाबाद में सब्जी का ठेला लगाते हैं। वह तीन बहनें और एक भाई थे। उसने आरोप लगाया कि उसके माता-पिता ने उसकी एक बहन को जलाकर मार दिया था। जबकि उसकी दूसरी बहन को माता-पिता ने गला घाेंटकर मार डाला था। वे उससे भी मारपीट करते थे। दो बहनों की हत्या से वह काफी डर गई थी। इसके बाद वह घर छोड़कर ऋषिकेश आ गई थी। तब से वह यहां पर रह रही है। यह भी पढ़ें