गया जिले के गुरारू गांव में रहने वाले मुस्लिम संप्रदाय के लोगों ने गांव में मंदिर बनान के लिए जमीन दान दी साथ ही निमार्ण कार्य के लिए कुछ धन राशि भी दान की। गांव वालों का कहना हैं कि हम लोग गांव में एक साथ रहते हैं। इस काम से पूरे देश में एकता का संदेश पहुंचेगा जिससे सभी धर्मों के बीच मधुर संबंध स्थापित होंगे। गांव में रहने वाले सभी संप्रदाय के लोगों ने श्रम दान कर मंदिर निर्माण में अपना संहयोग दिया।
जिस तरह से एक दूसरे के धर्मों का सम्मान करते हुए धार्मिक स्थल का निर्माण करवाया जा रहा है यह उन लोगों के लिए एक मिसाल है जो धार्मिक कड़वाहट फैलाकर देश का माहौल खराब करने का प्रयास करते हैं। किसी भी लाभ को ध्यान में न रखकर धार्मिक एकता बनाएं रखने के लिए गांव वालों की ओर से किया गया यह कार्य प्रशंसनीय है जो की समूचे राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोने का संदेश देता हैं।
मुस्लिम युवक ने बचाई हिंदु परिवार की जान
मानवता का काम करने के लिए धर्म नहीं पूछा जाता जरूरत होती है तो नेक दिल की। ऐसा ही एक प्रेरक मामला बीते दिनो महाराष्ट्र से सामने आया था जहां पर एक मुस्लिम युवक ने अपनी जान पर खेल कर कुछ हिंदुओं को भीड़ के कहर से बचाया था। दरअसल एक परिवार के पांच लोग मालेगांव में पहुंचे थे। इनमे एक महिला और बच्चा भी शामिल था। भीड़ ने इन्हें बच्चा चोर समझ कर इन पर हमला किया इसी बीच एक मुस्लिम युवक जिसका नाम वसीम बताया जा रहा है उसने लोगों को यह बात समझाने की कोशिश की यह लोग बच्चा चोर नहीं है। भीड़ ने उसकी बात पर विश्वास नहीं किया और उनको मारने के लिए आगे बढ गई। ऐसे में वसीम बिना अपनी जान की परवाह किए उन लोगों के सामने डटा रहा। उसके मजबूत इरादों के आगे भीड को नतमस्तक होना पड़ा। बाद में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तनावपूर्ण हालात पर काबू किया।