विद्युत मंडल का रवैया अब शहर के साथ ग्रामीण उपभोक्ताओं को रुलाने लगा है। अव्यवस्था का आलम यह है कि कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ताजा मामला इलेक्ट्रिक पोल के दुरुपयोग का है, जबकि दूसरा मामला सीधे-सीधे उपभोक्ता हितों को झटका देने वाला है। पहले मामले से राहगीर परेशान है, क्योंकि राह चलते पोल पर लगी प्रचार सामग्री और बोर्ड आवागमन को बाधित करते हैं। दूसरा मामला भारी भरकम बिल की राशि से जुड़ा हुआ है। सामान्य से 4 गुना राशि का बिल थमा देना उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब है।