मौके पर उपस्थित योगेंद्र श्रीवास ने कहा कि राजनीति से समाज की दशा और दिशा तय होती है। इसलिए चुनाव में बेहतर छवि वाले व्यक्ति को प्रतिनिधि चुनना आवश्यक है। जो जमीन से जुड़ा हो। प्रवीण ढोमने ने कहा कि वर्तमान में जाति, धर्म की राजनीति हावी है। जो कहीं न कहीं समाज को गर्त में ले जा रहा है। लोगों को जात-पात और धर्म से उठकर बेहतर नेता चुनने के लिए वोट करना चाहिए। और बेदाग स्वच्छ छवि वाले व्यक्ति को अपना प्रतिनिधि चुनना चाहिए।
लीलाधर साहू ने कहा कि समाज में बदलाव लाने के लिए जरूरी है एक बेहतर प्रतिनिधि जो राजनीति के माध्यम से विकास की राह गढ़ सके। लेकिन जब चुनाव में जीत के बाद अक्सर प्रतिनिधि अपने जेब भरने में लगे रहते हैं। इससे समाज का सहीं मायने में विकास नहीं हो पता। इसलिए चाहिए कि व्यक्ति जो विकास को सर्वोपरी रखे और समाज को प्रमुखता दे उसे ही चुना जाए।
राजनीति में युवाओं का आना जरूरी है, और ऐसे युवा जो समाज और देश के लिए कार्य करे। गरीब, मजदूर और मजबूर वर्ग की सेवा करे। उपस्थित सदस्यों ने पत्रिका के चेंजमेकर की खुलेदिल से सराहना करते हुए कहा कि पत्रिका के इस अभियान से आने वाले समय में बेहतर नेतृत्व सामने आएगा।