बताया जाता है किसी भी वन्यप्राणी के मौत के बाद पोस्टमार्टम करने के लिए वन विभाग के पास अलग तरह का कीट होता है। जो लगभग 10 हजार रुपए में आता है और वन प्रशासन वन्यप्राणियों के संरक्षण और संवर्धन के लिए लाखो करोड़ो रुपए खर्च करने की दावा करता है। लेकिन यहां तेंदुए जैसे महत्वपूर्ण वन्यप्राणी के लिए जरूरी कीट भी खरीदने की जहमत विभाग ने नही उठाई।