फसल परिवर्तन के तहत किसान मक्के की खेती कर रहे हैं। क्षेत्र के अडग़ड़ी, जरहीडीह, कोसममुड़ा, शोभा, करेली, रक्शापथरा, कुशियारबरछा, गोना, ढोलसराई, कुचेंगा, गरीबा, भूतबेड़ा, मोंगराभर्री, मोतीपानी, बरगांव, कोदोमाली, जांगड़ा, साहेबिनकछार, गरहाडीह, गौरगांव, लाटावार, इंदागांव, कोयबा, अमली, तौरेंगा, बाहरापारा, झोलाराव, इचरादी, देहारगुड़ा क्षेत्र में किसान बड़ी मात्रा में मक्के की फसल ले रहे हैं और मक्के की फसल तैयार हो चुकी है। किसान इन दिनों मक्के की कटाई मिंजाई में व्यस्त हैं।
किसान जयगोपाल ठाकुर, रामाधीन नागेश ने बताया शासन ने इस वर्ष समर्थन मूल्य 17 सौ रुपए प्रति क्विंटल किया है, लेकिन मक्के की उत्पादन कम है साथ ही मक्के की खरीदी में देरी हो रही है क्योकि दिसम्बर आखिरी में मक्के की खरीदी प्रारंभ की जाती है, जिसके कारण कई किसानों को बिचौलियों को कम दर में मक्का बेचने को मजबूर होना पड़ता है। वहीं दूसरी ओर इस संबंध में चर्चा करने पर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी भावेश शांडिल्य ने बताया कि मैनपुर विकासखंड क्षेत्र के किसानों ने लगभग 10 हजार हेक्टेयर में मक्के की खेती की है। लेकिन बारिश के अभाव में इस वर्ष मक्के की फसल कमजोर है। शासन स्तर पर समर्थन मूल्य में मक्के की खरीदी की तैयारी की जा रही है।