Mpkamahamukabla जन एजेंडा की बैठक में चुनी विधानसभा की दस प्राथमिकताएं
गाडरवाराPublished: Sep 19, 2018 07:04:27 pm
गाडरवारा बने जिला, नदी पर नया पुल, जलसंरक्षण से लेकर स्वास्थ्य शिक्षा किसान हित शामिल
गाडरवारा। बुधवार 19 सितंबर को पत्रिका जन एजेंडा बनाने को लेकर विधानसभा क्षेत्र गाडरवारा की तीसरी बैठक काबरा मोटर्स पुराने बस स्टैंड के सामने संपन्न हुई। जिसमें सर्वप्रथम उपस्थितों को कोआर्डिनेटर नवनीत काबरा ने बैठक के विषय से अवगत कराया एवं बताया कि पत्रिका अभियान के तहत प्रथम बैठक 16 सितंबर को होटल सिद्धार्थ गाडरवारा में तथा द्वितीय बैठक 17 सितंबर को आमगांव छोटा में संपन्न हो चुकी है। जिनमें से कुछ मुद्दे निकल कर सामने आए हैं। इनमें से छांटकर विधानसभा क्षेत्र के 10 मुद्दे चयनित किए जाने हैं। बैठक में वरिष्ठ साहित्यकार एवं समाजसेवी कुशलेंद्र श्रीवास्तव ने गाडरवारा को जिला बनाने की मांग दोहराते हुए कहा जिला बनने से अनेक छोटी विकास संबंधी समस्याओं का समाधान खुद हो जाएगा। जिनेश जैन ने एनटीपीसी से एमओयू की शर्तों का पालन कराए जाने, शक्कर नदी पर नया पुल एवं स्टॉप डैम बनाने की बात कही। रविशेखर जायसवाल ने उच्च क्षमता वाला नया नदी पुल, गाडरवारा सहित चीचली साईंखेड़ा सालीचौका मैं तालाबों का संरक्षण सौंदर्यकरण, विकास, अवैध उत्खनन पूरी तरह बंद कराने एवं किसानों के हित में फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने की बात रखी। संदीप पलोड ने बंद उद्योग चालू करा क्षेत्रीय लोगो को रोजगार, अवधेश पांडे ने गाडरवारा एवं समीपी नगर परिषदों में स्टेडियम बनाने सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक में राजीव दुबे, अरुण बड़कुर, प्रियांक जैन, राजू विश्नोई, निखिल दुबे, राजेश नीरस आदि उपस्थित रहे।
यह रहे दस प्रमुख मुददे
1. गाडरवारा को जिला बनाया जाए।
2. शक्कर नदी पर नया पुल, सभी नदियों से अवैध रेत खनन पर रोक लगाकर स्टाप डेम बनाया जाए।
3. मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल गाडरवारा में एवं सांईखेड़ा, चीचली, सालीचौका आदि में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ें।
4. सहकारी शुगर मिल, दाल मिल, आटा, मैदा मिल, फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगें, सहकारी दुग्ध संग्रहण केंद्र बने।
5. किसान के बच्चों को कृषि आधारित शिक्षा, किसानों को पेंशन, बीजोपचारित बीज पंचायत या सोसायटी से गांव में मिलें, नई कृषि नीति बनाकर खेती की नई संभावनाओं से किसानों को परिचित कराया जाकर, गांवों में छोटे उद्योग, कोल्ड स्टोरेज एवं बाजार उपलब्ध कराए।
6. नगर मेंं अंग्रेजी माध्यम का सरकारी स्कूल, कन्या महाविद्यालय, इंजीनियरिंग कॉलेज, सालीचौका चीचली में कॉलेज खुले।
7. एनटीपीसी से स्थानीय लोगों को रोजगार दिलाया जाकर, नगर विकास हेतु राशि प्राप्त की जाए।
8. बंद पड़ी कोलमाइंस, सोयाबीन प्लांट एवं अन्य बंद उद्योग समेत चीचली के बर्तन उद्योग को पुनर्जीवित किया जाए, ताकि क्षेत्रीय लोगों को रोजगार मिले।
9. गौ आधारित कृ षि बने, गौशालाएं खुलें, गाय के गोबर गोमूत्र दूध घी खरीदने की व्यवस्था होने से सड़कों से मवेशियों की समस्या भी मिटेगी।
10. गाडरवारा समेत चीचली, सांईखेड़ा के तालाबों का सौंदर्य करण हो। अन्य तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कराया जाए।