scriptदिल्ली में किसानों पर हुई बर्बरता के विरोध में किसान संगठनों ने सौंपा राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन | In the protest against vandalism on farmers in Delhi, farmers' organiz | Patrika News

दिल्ली में किसानों पर हुई बर्बरता के विरोध में किसान संगठनों ने सौंपा राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन

locationगाडरवाराPublished: Oct 03, 2018 02:26:57 pm

Submitted by:

ajay khare

नगर में मौन जुलूस निकालकर तहसील में दिया ज्ञापन

kisan

kisan

गाडरवारा। बुधवार को किसान संघर्ष समिति एवं किसान मजदूर संघ के बैनर तले अनेक किसानों ने नगर में मौन जुलूस निकाल तहसील कार्यालय पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी के माध्यम से नायब तहसीलदार को सौंपा। जिसमें दिल्ली में किसानों पर हुए बर्बरता पूर्ण सुलूक के विरोध में एवं किसानों की सभी मांगें माने जाने का उल्लेख किया। ज्ञापन में बताया गया है कि दो अक्टूबर को दिल्ली में एकत्रित हुए किसानों के साथ स्थानीय प्रशासन एवं पुलिस ने जो बर्बरता भरा सुलूक किया है। उससे सभी किसानों में इसके प्रति भारी रोष व्याप्त है तथा संघर्ष समिति गाडरवारा एवं किसान मजदूर संघ इस कार्रवाई की कड़ी निंदा करता है। उक्त कार्रवाई के विरोध में एवं किसानों की सभी मांगों को माने जाने के लिए किसान संघर्ष समिति गाडरवारा एवं किसान मजदूर संघ द्वारा स्थानीय स्तर पर तीन अक्टूबर 2018 को मौन जुलूस निकालकर उक्त ज्ञापन महोदय को प्रेषित किया जा रहा है। जिसके माध्यम से निवेदन है कि दिल्ली में किसानों के साथ हुई कार्रवाई के दोषियों को दंडित किया जाए एवं किसानों की सभी मांगे बिना शर्त मानी जाएं, अन्यथा आगे किसान संघर्ष समिति एवं किसान मजदूर संघ आंदोलन हेतु बाध्य होंगे। इस दौरान तहसील में क्षेत्र के किसान तथा दोनों संगठनों के पदाधिकारी कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद रहे। सभी किसानों में इसके प्रति भारी रोष व्याप्त है तथा संघर्ष समिति गाडरवारा एवं किसान मजदूर संघ इस कार्रवाई की कड़ी निंदा करता है। उक्त कार्रवाई के विरोध में एवं किसानों की सभी मांगों को माने जाने के लिए किसान संघर्ष समिति गाडरवारा एवं किसान मजदूर संघ द्वारा स्थानीय स्तर पर तीन अक्टूबर 2018 को मौन जुलूस निकालकर उक्त ज्ञापन महोदय को प्रेषित किया जा रहा है। जिसके माध्यम से निवेदन है कि दिल्ली में किसानों के साथ हुई कार्रवाई के दोषियों को दंडित किया जाए एवं किसानों की सभी मांगे बिना शर्त मानी जाएं, अन्यथा आगे किसान संघर्ष समिति एवं किसान मजदूर संघ आंदोलन हेतु बाध्य होंगे। इस दौरान तहसील में क्षेत्र के किसान तथा दोनों संगठनों के पदाधिकारी कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो