सचिन की 20 फीसदी थी हिस्सेदारी-
केरला ब्लास्टर्स ने कहा कि सचिन का शानदार समर्थन रहा है और केरला ब्लास्टर्स फुटबाल क्लब (केबीएफसी) को अपना योगदान देने के लिए हम उन्हें धन्यवाद देते हैं। वह हमेशा येलो आर्मी के सदस्य रहेंगे। अब हम खेल, फैन और केरल के लोगों की भावना के लिए काम करना जारी रखेंगे। बयान में कहा गया, “आईक्वेस्ट, चिरंजीवी और अलु अरविंद के पास क्लब का 80 प्रतिशत हिस्सेदारी था। ये तीनों ने अब क्लब में सचिन के 20 फीसदी हासिल करने के लिए एक अंतिम करार किया है।
चीयर करते थे सचिन-
सचिन 2014 के पहले संस्करण से इस फ्रेंचाइजी का चेहरा थे। सचिन ने इस टीम को आगे बढ़ाने में बड़ी भूमिका अदा की है। वो पिछले चार सीजनों में इस टीम के खिलाड़ियों को चीयर करने के लिए मुकाबले भी देखें। खिलाड़ियों का हौसलाआफजाई किया। तेदुलकर ने कहा कि पांचवें साल में यह जरूरी है कि क्लब अगले पांच साल और इसके बाद के लिए आधारशिला तैयार करे। साथ ही यह मेरे लिए समय था कि मैं अपनी भूमिका पर विचार करूं। इस पर विचार करने और मेरी टीम के साथ बात करने के बाद मैंने सह प्रमोटर के रूप में केरला ब्लास्टर्स के साथ अपनी हिस्सेदारी से बाहर निकलने का फैसला किया है।
हमेशा क्लब के लिए धड़केगा दिल-
सचिन ने आगे कहा कि मैं यह मानता हूं कि केरला ब्लास्टर्स अपने प्रशंसकों के समर्थन के साथ और भी सफलताएं हासिल करने के रास्ते पर है। मुझे केरला ब्लास्टर्स पर बहुत गर्व है और मेरे दिल का एक टुकड़ा हमेशा क्लब के लिए धड़केगा। बताते चले कि केरला ब्लास्टर्स इंडियन सुपर लीग की सफलतम टीमों में से एक है।