गोकुलम केरला पहली बार में ही बनी चैम्पियन
बता दें कि डुरंड कप में गोकुलम केरला की टीम पहली बार हिस्सा ले रही थी। पहली बार में ही उसने 16 बार की चैम्पियन बागान को चौंका कर खिताब पर कब्जा जमाया। केरल की किसी टीम ने 22 साल बाद यह खिताब जीता है। इससे पहले एफसी कोच्चि ने यह खिताब जीता था।
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रोमांचक रहा मैच
दोनों टीमों ने दमदार शुरुआत की और पहले हाफ में गोल करने के कई प्रयास किए। पहला हाफ खत्म होने के कगार पर था, लेकिन इंजरी टाइम में गोकुलम केरला को पेनाल्टी मिली और मार्कस ने इस पर कोई गलती नहीं की और अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी। दूसरे हाफ के 52वें मिनट में गोकुलम केरला की ओर से एक शानदार मूव बनाया गया। डी के अंदर गेंद मार्कस के पास थी और उन्होंने गेंद को जाल में उलझा कर अपनी टीम को 2-0 की बढ़त दिला दी।
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मोहन बागान की ओर से साल्वा चामोरो ने किया गोल
इसके बाद मोहन बागान ने पूरा जोर लगाया और इसका फायदा भी उसे मिला। 64वें मिनट में साल्वा चामोरो ने गोल दागकर गोकुलम केरला की बढ़त को कम किया। मैच के 87वें मिनट गोकुलम के एक खिलाड़ी को रेड कार्ड भी मिला, इसके बावजूद बागान की टीम वापसी नहीं कर पाई और बराबरी का गोल नहीं दाग सकी। मोहन बागान ने आखिरी बार 2000 में इस टूर्नामेंट को जीता था, जबकि 2004, 2009 में वह उपविजेता रहा था। इस बार भी उसे फाइनल में हार झेलनी पड़ी।