पचोखरा क्षेत्र का मामला
थाना पचोखरा क्षेत्र के गांव मोती गढ़ी के तालाब में लंबे समय से मछलियां पल रही थीं। सुबह टहलने पहुंचे गांव के लोगों को तालाब किनारे पर काफी संख्या में मछलियां मरी हुई मिलीं। मरी मछलियों को देखकर ग्रामीण आश्चर्य में पड़ गए। ग्रामीणों ने बताया कि तालाब का पानी काफी दूषित हो गया है। इसे लंबे समय से नहीं बदला गया है। गांव की पूरी गंदगी भी इसी तालाब में आती है। संभवतः इसी वजह से मछलियों की मौत हुई है। वहीं कुछ लोगों का कहना था कि तालाब में जलस्तर काफी कम रह गया है।
थाना पचोखरा क्षेत्र के गांव मोती गढ़ी के तालाब में लंबे समय से मछलियां पल रही थीं। सुबह टहलने पहुंचे गांव के लोगों को तालाब किनारे पर काफी संख्या में मछलियां मरी हुई मिलीं। मरी मछलियों को देखकर ग्रामीण आश्चर्य में पड़ गए। ग्रामीणों ने बताया कि तालाब का पानी काफी दूषित हो गया है। इसे लंबे समय से नहीं बदला गया है। गांव की पूरी गंदगी भी इसी तालाब में आती है। संभवतः इसी वजह से मछलियों की मौत हुई है। वहीं कुछ लोगों का कहना था कि तालाब में जलस्तर काफी कम रह गया है।
परेशान हैं ग्रामीण
गांव के लोग मोटर लगाकर इस तालाब के पानी से खेतों की सिंचाई करते हैं। इसलिए पानी कम होने की वजह से भी मछलियों की मौत होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। मछलियों की मौत के बाद ग्रामीण भयभीत हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गर्मी के मौसम में ग्रामीणों के जानवर इसी तालाब का पानी पीते हैं। ऐसे में यदि जहरीला पानी जानवरों ने पी लिया तो उनकी मौत होने की संभावना है। ग्रामीणों ने तालाब को खाली कराकर साफ पानी भरवाए जाने की मांग की है।
गांव के लोग मोटर लगाकर इस तालाब के पानी से खेतों की सिंचाई करते हैं। इसलिए पानी कम होने की वजह से भी मछलियों की मौत होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। मछलियों की मौत के बाद ग्रामीण भयभीत हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गर्मी के मौसम में ग्रामीणों के जानवर इसी तालाब का पानी पीते हैं। ऐसे में यदि जहरीला पानी जानवरों ने पी लिया तो उनकी मौत होने की संभावना है। ग्रामीणों ने तालाब को खाली कराकर साफ पानी भरवाए जाने की मांग की है।