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लगातार हो रही बारिश में गिरा मकान, भाई-बहन का हुआ ये हाल मांगी थी सूचना का अधिकार के तहत सूचना
टूंडली निवासी आरके प्रजापति ने विद्युत विभाग से आरएफ मीटर के पूर्व में लगे इलेक्ट्रिक मीटरों की अपेक्षा तेजी से चलने का आरोप लगाते हुए सूचना कस अधिकार के तहत सूचनाएं मांगी गई थी। नौ मई को मीटर विभाग के अवर अभियंता महेन्द्र कुमार व सहायक अभियंता मीटर अभिषेक राठौर की मौजूदगी में सिंगल फेस आरएफ व इलेक्ट्रिक मीटर पर लोड डालकर चेक किया गया। जिसमें आरएफ मीटर करीब 18 प्रतिशत तेजी से चलता पाया गया। नगर में अप्रेल 2015 में मीटर लगाए गए थे। चार साल में बिजली विभाग ने आरएफ मीटर के सहारे उपभोक्ताओं को लाखों रुपये का चूना लगा दिया गया।
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प्रजापति का कहना है कि वह उक्त रिपोर्ट के सहारे कोर्ट में पीआईएल दाखिल करेंगे। जिससे उपभोक्ताओं से वसूले गए अतिरिक्त बिजली बिल को वापस कराया जा सके। अधिशासी अभियंता मीटर नसीर अहमद का कहना है कि हो सकता है कि जिस मीटर को चेकिंग के लिए लगाया गया हो। उसमें कोई खामी हो। सभी मीटर चेक करने के बाद ही लगाया जाता है। यदि कोई मीटर खराब होता है तो उसे ठीक कराया जाता है। सभी मीटर खराब होने की बात गलत है।
प्रजापति का कहना है कि वह उक्त रिपोर्ट के सहारे कोर्ट में पीआईएल दाखिल करेंगे। जिससे उपभोक्ताओं से वसूले गए अतिरिक्त बिजली बिल को वापस कराया जा सके। अधिशासी अभियंता मीटर नसीर अहमद का कहना है कि हो सकता है कि जिस मीटर को चेकिंग के लिए लगाया गया हो। उसमें कोई खामी हो। सभी मीटर चेक करने के बाद ही लगाया जाता है। यदि कोई मीटर खराब होता है तो उसे ठीक कराया जाता है। सभी मीटर खराब होने की बात गलत है।