छोड़ दी समाजवादी पार्टी
इस बार फिरोजाबाद से जिला पंचायत सदस्य अजय कुमार बघेल उर्फ हीरो ने भी अपने हजारों साथियों के साथ सैफई में शिवपाल सिंह यादव के समक्ष प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का झंडा थाम लिया। उन्होंने कहा जनपद फिरोजाबाद में सांसद अक्षय यादव और उनके गुर्गों ने समाजवादी पार्टी को दीमक की तरह चाट कर खत्म करने का काम किया है। उनके कारनामों से क्षेत्र की जनता में भय और आक्रोश है। उन्होंने कहा कि सांसद ने जनपद के विकास पुरुष और युवाओं के प्रेरणा स्रोत विजय प्रताप सिंह यादव उर्फ छोटू भैया पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष फिरोजाबाद को भाजपा से मिलीभगत करके अविश्वास पास कराकर कुर्सी से हटाने का काम किया है। इस कृत्य से उन्होंने जनपद का विकास में रोड़ा अटकाने के कृत्य के साथ जनपद के युवाओं के साथ धोखा भी किया है, जिस तरह से उन्होंने छोटू भैया की कुर्सी छीनी है उसी प्रकार से आने वाले 2019 के लोकसभा चुनाव में जनपद फिरोजाबाद की जनता सांसद अक्षय की कुर्सी छीन कर छोटू भैया को देने का मन बना चुकी है।
इस बार फिरोजाबाद से जिला पंचायत सदस्य अजय कुमार बघेल उर्फ हीरो ने भी अपने हजारों साथियों के साथ सैफई में शिवपाल सिंह यादव के समक्ष प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का झंडा थाम लिया। उन्होंने कहा जनपद फिरोजाबाद में सांसद अक्षय यादव और उनके गुर्गों ने समाजवादी पार्टी को दीमक की तरह चाट कर खत्म करने का काम किया है। उनके कारनामों से क्षेत्र की जनता में भय और आक्रोश है। उन्होंने कहा कि सांसद ने जनपद के विकास पुरुष और युवाओं के प्रेरणा स्रोत विजय प्रताप सिंह यादव उर्फ छोटू भैया पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष फिरोजाबाद को भाजपा से मिलीभगत करके अविश्वास पास कराकर कुर्सी से हटाने का काम किया है। इस कृत्य से उन्होंने जनपद का विकास में रोड़ा अटकाने के कृत्य के साथ जनपद के युवाओं के साथ धोखा भी किया है, जिस तरह से उन्होंने छोटू भैया की कुर्सी छीनी है उसी प्रकार से आने वाले 2019 के लोकसभा चुनाव में जनपद फिरोजाबाद की जनता सांसद अक्षय की कुर्सी छीन कर छोटू भैया को देने का मन बना चुकी है।
ये लगाया बड़ा आरोप
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी फिरोजाबाद में चापलूसों की पार्टी बनकर रह गई है, इससे दुखी होकर आज सपा छोड़ कर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया में शामिल होना पड़ रहा है। क्षेत्र की जनता हमारे साथ है। आने वाले चुनाव में जनपद फिरोजाबाद से सांसद प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया का ही होगा। उन्होंने कहा कि लगभग एक साल से उनका सपा में दम घुट रहा था। उन्होंने कहा कि सांसद अक्षय यादव और उनके पिता की नीतियों और कारनामों से वह बहुत दुखी हैं और मजबूरी में उन्होंने यह कदम उठाया है।