20 सूत्रीय मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
फ़िरोज़ाबाद जिला अस्पताल का दर्जा हटने के बाद अस्पताल के सैकड़ो कर्मचारियों ने 20 सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरन पीड़ित कर्मचारियों का कहना है जब से जिले में मेडिकल कॉलेज व ट्रॉमा सेंटर बना है तब से जिला अस्पताल का दर्जा खत्म हो गया। उसके बाद सैकड़ो कर्मचारी अपनी सेलरी को लेकर गंभीर हुए। अस्पताल प्रशासन से भी मिले। अस्पताल प्रशासन से संतुष्ट जवाब न मिलने पर कर्मचारियो ने विरोध शुरू कर दिया है।
फ़िरोज़ाबाद जिला अस्पताल का दर्जा हटने के बाद अस्पताल के सैकड़ो कर्मचारियों ने 20 सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरन पीड़ित कर्मचारियों का कहना है जब से जिले में मेडिकल कॉलेज व ट्रॉमा सेंटर बना है तब से जिला अस्पताल का दर्जा खत्म हो गया। उसके बाद सैकड़ो कर्मचारी अपनी सेलरी को लेकर गंभीर हुए। अस्पताल प्रशासन से भी मिले। अस्पताल प्रशासन से संतुष्ट जवाब न मिलने पर कर्मचारियो ने विरोध शुरू कर दिया है।
ये रखी मांग
कर्मचारियों का कहना है कि अब तक हम सभी पूर्णतया सरकारी कर्मचारी हैं। अब मेडिकल कॉलेज से अस्पताल को जोड़ा गया है जो कि अद्र्धसरकारी हैं। उनके साथ काम करेंगे तो हमें भी अद्र्धसरकारी में शामिल किया जाएगा। अभी हमें वेतन चिकित्सा विभाग द्वारा मिलता था जो कि अब शिक्षा विभाग से लेना पड़ेगा जो कि हम को बिल्कुल भी मंजूर नही है। 20 सूत्रीय मांगों को लेकर आज अस्पताल में कर्मचारियों ने अपना विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और जल्द मांगे पूरी ना होने पर कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने की भी बात कही है। कर्मचारियों का कहना है कि उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह काम बंद करेंगे इसकी जिम्मेदारी अधिकारियों की होगी।
कर्मचारियों का कहना है कि अब तक हम सभी पूर्णतया सरकारी कर्मचारी हैं। अब मेडिकल कॉलेज से अस्पताल को जोड़ा गया है जो कि अद्र्धसरकारी हैं। उनके साथ काम करेंगे तो हमें भी अद्र्धसरकारी में शामिल किया जाएगा। अभी हमें वेतन चिकित्सा विभाग द्वारा मिलता था जो कि अब शिक्षा विभाग से लेना पड़ेगा जो कि हम को बिल्कुल भी मंजूर नही है। 20 सूत्रीय मांगों को लेकर आज अस्पताल में कर्मचारियों ने अपना विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और जल्द मांगे पूरी ना होने पर कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने की भी बात कही है। कर्मचारियों का कहना है कि उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह काम बंद करेंगे इसकी जिम्मेदारी अधिकारियों की होगी।