जसराना क्षेत्र का है मामला
मामला जसराना क्षेत्र के कस्बा पाढ़म का है। यहां के निवासी 24 वर्षीय युवक तपन कुमार पुत्र रघुराज सिंह को उनके समीप की ही आशा फ्री में सिलेंडर दिलवाने के बहाने बुलाकर घर से ले गई थी।उस समय युवक के घर पर कोई नहीं था। पत्नी मायके गई थी तो मां बाहर किसी काम से चली गई थी। आशा यह कहते हुए अपने साथ ले गई कि वह उसे फ्री में मोदी सरकार द्वारा दिलवाए जाने रहे गैस सिलेंडर को दिलवाएगी। वह उसे साथ लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एका ले गई। जहां उससे फार्म भरवाकर नसबंदी करा दी।
मामला जसराना क्षेत्र के कस्बा पाढ़म का है। यहां के निवासी 24 वर्षीय युवक तपन कुमार पुत्र रघुराज सिंह को उनके समीप की ही आशा फ्री में सिलेंडर दिलवाने के बहाने बुलाकर घर से ले गई थी।उस समय युवक के घर पर कोई नहीं था। पत्नी मायके गई थी तो मां बाहर किसी काम से चली गई थी। आशा यह कहते हुए अपने साथ ले गई कि वह उसे फ्री में मोदी सरकार द्वारा दिलवाए जाने रहे गैस सिलेंडर को दिलवाएगी। वह उसे साथ लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एका ले गई। जहां उससे फार्म भरवाकर नसबंदी करा दी।
पत्नी ने किया जमकर हंगामा
मामले की जानकारी होने पर युवक ने मायके से वापस आई अपनी पत्नी को बताया। इस पर उन्होंने डीएम सेल्वा कुमारी जे और सीएमओ डॉ. एसके दीक्षित से मामले की शिकायत की। इस घटना को लेकर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। सीएमओ के आदेश पर एका सामुदायिक स्वास्थय केंद्र के अधीक्षक डा. मनोज कटारा पीड़ित के घर पहुंचे और उससे पूछताछ की। पीड़ित ने बताया कि आशा ने उसे सिलेंडर दिलाने की बात कही और धोखे से नसबंदी करा दी है। डा. मनोज कटारा ने कहा कि पीड़ित को मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा। पीड़ित की पत्नी ने कहा कि अधिकारी ढुलमुल रवैया अपना रहे हैं जबकि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है। पीडित ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पत्नी ने बताया कि उनकी शादी को अभी तीन साल हुए हैं और दो छोटे—छोटे बच्चे हैं।
मामले की जानकारी होने पर युवक ने मायके से वापस आई अपनी पत्नी को बताया। इस पर उन्होंने डीएम सेल्वा कुमारी जे और सीएमओ डॉ. एसके दीक्षित से मामले की शिकायत की। इस घटना को लेकर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। सीएमओ के आदेश पर एका सामुदायिक स्वास्थय केंद्र के अधीक्षक डा. मनोज कटारा पीड़ित के घर पहुंचे और उससे पूछताछ की। पीड़ित ने बताया कि आशा ने उसे सिलेंडर दिलाने की बात कही और धोखे से नसबंदी करा दी है। डा. मनोज कटारा ने कहा कि पीड़ित को मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा। पीड़ित की पत्नी ने कहा कि अधिकारी ढुलमुल रवैया अपना रहे हैं जबकि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है। पीडित ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पत्नी ने बताया कि उनकी शादी को अभी तीन साल हुए हैं और दो छोटे—छोटे बच्चे हैं।