टैक्स चोरी करने वालों पर आएगी आफत नवंबर 2016 में नोटबंदी के बाद अधिकांश पुराने नोट बैंकिंग सिस्टम में वापस तो आ गए हैं लेकिन यह किसी न किसी नाम से ही आए हैं। अब इस डेटा के आधार पर इनकम टैक्स विभाग के साथ अन्य सरकारी विभाग भी जांच की तैयारी कर रहे हैं। यही कारण है कि अब राजस्व विभाग ने बड़ी मात्रा में रुपया जमा करने वालों को नोटिस भेजकर इसका स्रोत बताने को कहा है। इन लोगों को बेनामी एक्ट में नोटिस भेजे गए हैं। यदि इस नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं दिया जाता है तो लोगों को जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है। जानकारों का मानना है कि शुरुआत में बड़ा धन जमा करने वालों को नोटिस भेजे जा रहे हैं।
कई तरह से डेटा जुटा रहा इनकम टैक्स विभाग जिस तरह से कालेधन को खत्म करने के लिए नोटबंदी का सहारा लिया गया था, उस हिसाब से देश में कालाधन सामने नहीं आया है। इससे अंदेशा जताया जा रहा है कि लोगों ने दूसरे लोगों के खातों का सहारा लेकर अपना कालाधन खपा दिया था। अब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट एेसे लोगों का पता लगाने के लिए कई तरह से डेटा जुटा रहा है। मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है इनकम टैक्स डिपार्टमेंट टैक्स विभाग. फोन रिकॉर्ड, क्रेडिट कार्ड, पैन डिटेल, टैक्स स्ट्रक्चर के अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर लोगों के बारे में सूचनाएं अर्जित कर रहा है। इस डेटा से जो भी मामले संदिग्ध दिखेंगे, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट उन लोगों की जांच कर सकता है।