4 अप्रैल को होगी बैठक
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एमपीसी की मौद्रिक नीति समीक्षा को 4 अप्रैल 2019 को 11.45 मिनट पर वेबसाइट पर डाल दिया जाएगा। वैश्विक स्तर पर आर्थिक नरमी से देश की वृद्धि संभावना पर असर पड़ने की आशंका है। वहीं, उद्योगपतियों और विशेषज्ञों को यह उम्मीद है कि बैंक नियामक आर्थिक गतिविधियों में तेजी लाने के लिए मुख्य नीतिगत दर रेपो में 0.25 फीसदी की कटौती कर सकती है।
RBI ने दी जानकारी
आपको बता दें कि रेपो दर वह दर है जिस पर केंद्रीय बैंक वाणिज्यिक बैंकों को कर्ज देता है। आरबीआई ( RBI ) ने इससे पहले फरवरी में द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो दर में 0.25 फीसदी की कटौती की थी। यह कटौती करीब डेढ़ साल के अंतराल के बाद की गई थी।
कम हो सकती हैं ब्याज दरें
विशेषज्ञों के अनुसार रेपो दर में कटौती से चुनावी मौसम में कर्ज लेने वालों को राहत मिलेगी। रेटिंग कंपनी इक्रा ने कहा कि हम इस सप्ताह होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो दर में 0.25 फीसदी की कटौती की उम्मीद कर रहे हैं। वहीं, आनंद राठी शेयर्स एंड स्टाक ब्रोकर्स के मुख्य अर्थशास्त्री तथा कार्यकारी निदेशक सुजन हाजरा ने कहा कि कमजोर वृद्धि परिदृश्य तथा मुद्रास्फीति में नरमी को देखते हुए रिजर्व बैंक की अगली मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो दर में कटौती नहीं होने का कोई कारण नहीं है। मुझे लगता है कि सवाल यह है कि क्या बैंक ब्याज दर में 0.25 फसीदी से अधिक कटौती करेगा।
( ये न्यूज एजेंसी से ली गई है। )
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