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सरकारी बैंकों को लगा जोरदार झटका, 3 महीने में 3.5 गुना बढ़ा घाटा

locationनई दिल्लीPublished: Nov 19, 2018 02:21:25 pm

Submitted by:

manish ranjan

जुलाई-सितंबर तिमाही में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंको का घाटा पिछले साल की तिमाही के मुकाबले लगभग साढ़े तीन गुना बढ़कर 14,716.2करोड़ रुपए हो गया है।

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सरकारी बैंकों को लगा जोरदार झटका , 3 महीने में 3.5 गुना बढ़ा घाटा

नई दिल्ली। जुलाई-सितंबर तिमाही में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंको का घाटा पिछले साल की तिमाही के मुकाबले लगभग साढ़े तीन गुना बढ़कर 14,716.2 करोड़ रुपए हो गया है। इसकी वजह कर्ज में लगातार हो रही बढ़ोतरी को माना जा रहा है। देश में की 21 सरकारी बैंकों का घाटा एक साल पहले 4,284.45 करोड़ रुपए था। लेकिन बात अगर तिमाही आधार पर की जाए तो फिलहाल तिमाही आधार पर बैंकों के प्रदर्शन में थोड़ा सुधार आया है।

तिमाही आधार पर बैंकों की हालात में सुधार

अगर बैंकों के प्रदर्शन को तिमाही आधार पर देखा जाए तो बैंकों की हालात में सुधार आया है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के मुकाबले इन बैकों का कुल घाटा 2000करोड़ रुपए घटकर 14,716.2 करोड़ रुपए रह गया है। जबकि अप्रेल-जून तिमाही मं 16,614करोड़ रुपए था। एनपीए के सामने अधिक प्रावधान किए जाने से सरकारी बैंकों की बैलेंस शीट पर बुरा असर पड़ा है। सराकार दिवाला संहिता सहित अन्य उपायों से बड़े डिफॉल्टरों से कर्ड वसूली की कोशिश कर रही है।

पीएनबी को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान

बैंकों की ओर से पेश तिमाही नतीजों के अनुसार,पंजाब नेशनल बैंक को सितंबर तिमाही में सबसे ज्‍यादा घाटा हुआ जबकि पिछले वित्‍त वर्ष की इसी तिमाही में उसे 560.58 करोड़ रुपए का लाभ हुआ था। इस दौरान Pnb का फंसे कर्ज के लिए प्रावधान और आकास्मिक खर्च बढ़कर 9,757.90 करोड़ रुपए हो गया। एक साल पहले की जुलाई-सितंबर तिमाही में यह आंकड़ा 2,440.79 करोड़ रुपए पर था। इसमें बैंक का एनपीए के लिए प्रावधान पिछले वित्‍त वर्ष के 2,693.78 करोड़ रुपए से बढ़कर 7,733.27 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। देश के इस दूसरे सबसे बड़े बैंक को इस साल की शुरुआत में 14,000 करोड़ रुपए का नीरव मोदी घोटाला सामने आने के बाद भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।

एसबीआई ने दिखाई मजबूती

विभिन्‍न बैंकों का घाटा बैंकों को इस नुकसान के लिए बड़ी राशि का प्रावधान करना पड़ रहा है। सितंबर में समाप्‍त दूसरी तिमाही में IDBI बैंक को 3,602.50 करोड़ रुपए और इलाहाबाद बैंक को 1,822.71 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। पिछले वित्‍त वर्ष की इसी तिमाही में IDBI बैंक का घाटा 197.84 करोड़ रुपए था जबकि इलाहाबाद बैंक को 70.2 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। भारतीय स्‍टेट बैंक और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के मजबूत प्रदर्शन के चलते तिमाही आधार पर बैंकों का कुल घाटा कम करने में मदद मिली हे। चालू वित्‍त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में भारतीय स्‍टेट बैंक को 944.87 करोड़ रुपए का लाभ हुआ, जबकि जून तिमाही में उसे 4,875.85 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का कुल घाटा

तो वहीं आरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को इस दौरान 101.74 करोड़ का मुनाफा हुआ है। जबकि जून तिमाही में उसे 393.21करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। मार्च 2018 को समाप्त तिमाही में सार्वजनिक क्षेत्र के 21 बैंक का कुल घाटा 62,681.27 करोड़ रुपए रहा था। सरकार अपने स्तर पर इन बैंकों को नई पूंजी उपलब्ध करा रही है जबकि रिजर्व बैंक उनकी निगरानी को कड़ी कर रहा है।

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