जेटली ने कही ये बड़ी बात
जेटली ने कहा कि, ‘एसबीआई विलय का हमारे पास अनुभव है और अब इस क्षेत्र में दूसरा विलय हो रहा है। जहां तक बैंक क्षेत्र की बात है, तो भारत को गिने-चुने बड़े बैंकों की जरूरत है जो हर मायने में मजबूत हो। कर्ज की दर से लेकर बड़े पैमाने की मितव्ययिता के अनुकूलतम उपयोग तक में इसका लाभ उठाने में मदद मिलेगी।’
अप्रैल से प्रभाव में आएगा देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक
आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पिछले महीने तीन बैंकों के विलय को मंजूरी दे दी थी। इससे देश में एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंक के बाद तीसरे सबसे बड़े बैंक का सृजित होगा। इन तीनों बैंका का विलय एक अप्रैल 2019 से प्रभाव में आएगा। इस विलय के बाद सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की संख्या घटकर 18 रह जाएगी।
(ये कॉपी भाषा से ली गई है।)
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