अपने बेटे के साथ न्याय के लिए भटकता यह गरीब दिव्यांग वृद्ध दोनो आंखों से अंधा है। सदर कोतवाली के आबूनगर इलाके में एक झोपड़ी में रहने वाले इस वृद्ध बलिराम की दस साल पहले बीमारी से दोनो आंखों की रोशनी चली गई। गरीबी से लाचार वृद्ध की झोपड़ी के पास पड़ी जमीन पर भूमाफियाओं की निगाहें टिक गई। बाद में भूमाफियाओं ने उसकी जमीन में कब्जा कर लिया। गरीबी से परेशान दिव्यांग बलिराम ने बताया कि न्याय के लिए प्रशासन से फरियाद लगाई। महीनों दौड़ने के बाद तहसील दिवस गया जहां रसीद भी काट दी गई। इसके बाद थाने बुलाया गया। बताया कि थाने पर पुलिस ने बोल दिया कि कोर्ट जाओ।
यह भी पढ़ें- जिला पंचायत अध्यक्ष निवेदिता सिंह की कुर्सी खतरे में, बीजेपी ने अविश्वास प्रस्ताव में फर्जी हस्ताक्षर का लगाया आरोप अब सवाल उठता है कि दिव्यांग कहा जाए। योगी सरकार के मुलाजिम उसे क्यो टरका रहे हैं? फिलहाल न्याय के दावे खोखले साबित हो रहे और भूमाफियाओं के सामने पुलिस प्रशासन भी बौना साबित होता जा रहा है। वहीं, जिले के एसपी कवीन्द्र प्रताप सिंह का कहना है कि राजस्व और पुलिस की टीम जांच कर रही है। जांच की रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
By Rajesh Singh