थाना राजेपुर के ग्राम कमालुद्दीनपुर निवासी मनोज कुमार ने थाने में दी गयी तहरीर में कहा है कि छोटे भाई सत्यप्रकाश का विवाह बीते 22 जून को पुरानी मंडी भोगांव मैनपुरी निवासी श्याम बिहारी तिवारी की पुत्री आरती के साथ हुआ था। देर शाम लगभग 8:30 बजे वह कार से आरती की विदा कराकर घर लौट रहे थे।उनके साथ गाँव के ही चालक मुनेन्द्र पुत्र सियाराम, आदित्य उर्फ़ अन्नू पुत्र राज कुमार निवासी राजेपुर भी थे। जब उनकी कार थाना क्षेत्र के ग्राम गढिया के निकट से गुजर रही थी।उसी दौरान पीछे से आयी एक कार ने उन्हें ओवर टेक कर रोंक लिया।उसने से तीन बदमाश निकले।जिसमे से दो के पास तमंचे थे।उन्होंने तमंचा दिखाकर नवबधू के जेबरात व नकदी लूटने का प्रयास किया।
मौका देखकर चीखपुकार शुरू की तो जब ग्रामीणों ने आवाज सुनी तो वह भी सहयोग करने दौड़े और दो आरोपियों को दबोच लिया एक के पास तमंचा भी था। जबकि एक आरोपी मौके से भाग गया।पकड़े गये आरोपियों ने अपना नाम अरशद पुत्र अलीमोहम्मद, आनन्द पुत्र राकेश व भागने वाले का नाम अरशद वारशी बताया।पुलिस ने दोनों आरोपी व पुलिस लिखी गाड़ी अपने कब्जे में ले ली।आखिर पुलिस लिखी गाड़ी किसकी है यह लूट करने के इरादे से पीछा कर गाड़ी रोकी या फिर कोई और बात जिसके लिए यह आये हुए थे।पीड़ित लूट का प्रयास का मुकदमा दर्ज कराने के लिए कहता रहा।लेकिन प्रभारी एसओ ने कहा कि यह नही हो सकता है।पुलिस की मानी जाए तो यह लोग लड़की के चक्कर मे उसका पीछा कर रहे थे।लूट का प्रयास होता तो एक भी जेवर इधर से उधर हुए कैसे हो गया प्रयास। कार्यवाहक थानाध्यक्ष ने बताया की जाँच की जा रही है।मुकदमा दर्ज किया जायेगा।
लूट का प्रयास या कोई लड़की की पुरानी दुश्मनी-जिस प्रकार से पुलिस लिखी हुई यूपी 84 नम्बर की गाड़ी से मैनपुरी से पीछा करते चले आ रहे थे। पुलिस को संदेह है कि यदि लूट ही करनी थी तो वह अपने क्षेत्र में क्यो नही की जिस क्षेत्र में लड़की का विवाह हुआ वहां पर लूट करने क्या जरूरत पड़ी। यदि मामले की गहराई से जांच हुई तो मामला कुछ और ही निकलकर सामने आयेगा। दूसरी तरफ या तो इन बदमाशो के अंदर पुलिस का खौप नही है उसी वजह से हाइवे पर लूटने का प्रयास किया।उसके साथ जब पुलिस उनका रिकार्ड खंगालेगी तो हो सकता है कि उन्होंने अन्य जगहों पर भी लूट की घटनाओं को अंजाम दिया हो।