गांव में दाई कर रही ऐसा काम- गांव में दाई का काम करने वाली महिलाएं है। जो इस प्रकार के बच्चों को पैदा कराती है। उसके बाद उनके शवों को गांव में ही कहीं न कहीं फिकवा देती है। इस कारण गांव के कुत्ते उन शवों को अपना भोजन बनाते हैं। इस प्रकार से बच्चों के शव मिलने की कई बार शिकायत दर्ज कराई है लेकिन, स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अबतक कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
सीएमओ ने साधी चुप्पी- मामले पर सीएमओ ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया है। क्या समाज में अपने गुनाहों को छुपाने के लिए फर्जी डाक्टरों की मदद से इस प्रकार से नवजातों की हत्या हो रही है। समाज में रहने के कारण इस प्रकार की मानसिकता रखने वालों को पकड़ा नहीं जाता है। जिस कारण वह इस प्रकार के कार्यों को आसानी से अंजाम देते हैं।
कलयुगी महिलाओं ने मां शब्द को किया शर्मसार- जहां एक तरफ महिलाएं सन्तान पाने के लिए डाक्टरों से लेकर देवी देवताओं के मंदिरों के चक्कर काटती हैं, तो वहीं कुछ महिलाएं मां शब्द को शर्मसार कर रही हैं। महिलाएं अपने बच्चे को पेट में पालती है, उसके बाद समाज में शर्म के कारण उन्हें मरने के लिए फेंक देती हैं। पुलिस इस पर कोई भी कार्रवाई से बच रहा है।