जिसके कारण अधिवक्ताओं में आक्रोश व्याप्त है। अधिवक्ताओं के परिजनों ने उच्चाधिकारियों को घटना की सूचना दे दी इसके बावजूद भी अधिवक्ताओं के परिजनों का लगातार उत्पीड़न एवं अभद्रता जारी है। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि आज अधिवक्ता विरोध स्वरूप न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे। यदि अधिवक्ताओं की अधिवक्ताओं का उत्पीड़न नहीं रुका, अधिवक्ताओं को मुकदमे से नहीं निकाला गया और यात्री कर अधिकारी का तबादला नहीं किया गया तो अधिवक्ता 16 जुलाई से अनिश्चितकालीन न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे। जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन की होगी। जिसके विरोध में अधिबक्ताओ ने कार्य बहिष्कार करकर मौन जुलूस निकाला ।अधिबक्ताओ ने घूम घूम कर न्यायालय में हो रहे काम को बंद कराया ।