बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टर पर आरोप लगाया कि बच्चे को निमोनिया था तो उसके बोतल क्यों लगाई उसी वजह से बच्चे की मौत हो गई। डॉक्टर बवाल बढ़ता देख अस्पताल से बाहर जाकर सीएमएस को पूरे मामले की जानकारी दी तभी परिजनों ने डायल 100 पर घटना की सूचना दे दी। फिर क्या था परिजनों ने पुलिस के सामने भी डाक्टरो की लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा काटा।
आवास विकास चौकी प्रभारी ज्ञानेश्वर सिंह ने परिजनों से कहा कि तहरीर दो मुकदमा दर्ज कर लिया जायेगा। उसके साथ बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराया जायेगा। यदि डॉक्टर की लापरवाही से मौत हुई है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। इस बात को लेकर परिजन तैयार दिखाई नहीं दे रहे थे। डॉक्टर धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि परिजन बच्चे को लेकर देर शाम को अस्पताल आये हुए थे। उसकी हालत पहले से गम्भीर थी, लेकिन परिजनों के कहने पर इसको भर्ती किया गया और बच्चों के डॉक्टर से उसका इलाज शुरू करा दिया गया। उसी दौरान बच्चे की मौत हो गई लेकिन परिजन पहले किसी प्राइवेट अस्पताल से लेकर यहां पहुंचे थे।जब वह बवाल करने लगे तो हमने अपने अधिकारियों को घटना से अवगत करा दिया है।