कांग्रेस विधायक करण दलाल ने यह मुद्दा उठाते हुए सरकार से पूछा की क्या सरकार को हरियाणा में चाइनीज नमक की बिक्री के बारे में जानकारी है। और क्या इसे बंद किया जाएगा। दलाल ने सदन में तर्क दिया कि चाइनीज नमक का इस्तेमाल छोटे बच्चों के खाद्य पदार्थों में हो रहा है। जिससे बच्चों में कई तरह के विकार पैदा हो रहे हैं। यही नहीं गर्भवती महिलाएं भी चाइनीज नमक से बनने वाले पदार्थों का इस्तेमाल कर रही हैं।
जिससे उनकी प्रजनन क्षमता कम होती जा रही है। दलाल ने कहा कि इस नमक में जो कंटेट हैं उसे अधिसूचित करना जरूरी है। दलाल इस मुद्दे पर सदन में कुछ दस्तावेज भी लेकर आए थे जिसे लहराते हुए उन्होंने कहा कि इस नमक के इस्तेमाल से बच्चों के दिमाग में रक्त संचार नहीं हो रहा है। यह नमक हरियाणा में धड़ल्ले से बिक रहा है और सरकार चुप है।
इसके जवाब में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि नियमानुसार यह नमक १२ साल से कम उम्र के बच्चों को खाने के लिए नहीं दिया जा सकता है। उन्होंने बताया कि खाद्य पदार्थ अधिनियम के अनुसार मोनोसोडियम गलुटामेट को सामान्य तौर पर चाइनीज नमक के रूप में जाना जाता है। इसके फ्लेवर चेंजर के रूप में नूडल्स व पास्ता में ही इस्तेमाल किया जाता है।
विज ने बताया कि नियमानुसार इस नमक पर प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता है। जिसके चलते विभागीय टीमों ने अब तक २२२ स्थानों पर छापे मारे हैं। झज्जर में इस नमक की अवैध स्टोरेज को भी पकड़ा गया है। विज ने दावा किया कि आने वाले समय में इस नमक के इस्तेमाल वाले स्थानों पर गहनता से जांच करवाई जाएगी।