किरण चौधरी ने बुधवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि पिछले एक सप्ताह के दौरान हरियाणा में आधा दर्जन के करीब महिलाओं अथवा युवतियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हो चुकी हैं। रेवाड़ी, रोहतक, पानीपत, फरीदाबाद में हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटनाओं ने हरियाणा सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं की पोल खोलकर रख दी है। किरण चौधरी ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा खोले गए गुलाबी थाने जहां पूरी तरह से बेमायने साबित हो रहे हैं वहीं महिला पुलिस थानों को बिना किसी देरी के बंद करके सरकार को अपना ढोंग समाप्त करना चाहिए।
किरण चौधरी ने मोरनी व रेवाड़ी की घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि दुष्कर्म का शिकार युवतियां पुलिस थानों में तीस-तीस घंटे तक चक्कर लगाती रही और पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज नहीं की। इसके बावजूद मुख्यमंत्री द्वारा पुलिस कर्मियों की जवाबदेही तय नहीं की जा रही है। चौधरी ने कहा कि आज हरियाणा में अफसरशाही को सरकार का कोई भय नहीं है। मुख्यमंत्री हरियाणा में अब तक के सबसे असफल गृहमंत्री साबित हुए हैं।
हरियाणा सरकार से महिला सुरक्षा के मुद्दे पर श्वेत पत्र जारी किए जाने की मांग करते हुए किरण चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल गृहमंत्री होने के नाते पिछले चार साल के दौरान हरियाणा में महिला उत्पीडऩ, छेड़छाड़ व दुष्कर्म आदि की घटनाओं पर एक श्वेत पत्र जारी करते हुए प्रदेश की जनता को बताएं कि पुलिस कितने आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है और सरकार ने ऐसे कितने पुलिस कर्मचारियों व अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई की है जिन्होंने अपनी जिम्मेदारी निभाने की बजाए पीडि़ताओं की सुनवाई नहीं की।