हरियाणा प्रदेश कांग्रेस में जुगलबंदी की नई बिसात बिछा दी गई है। इस नई बिसात के तहत पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा कुलदीप बिश्नोई को प्रदेश अध्यक्ष बनाने के लिए सहमत हो गए हैं। भूपेंद्र हुड्डा खुद विधायक दल के नेता बनने को तैयार हो गए हैं और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा चुनाव कंपेन कमेटी की चेयरपर्सन बनने को राजी हो गई हैं। पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव को कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की रूपरेखा बनाई गई है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर को हटाने में अभी तक नाकाम चल रहे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने तंवर के तख्तापलट की अंतिम चाल चल दी है। लोकसभा और विधानसभा चुनाव की दुहाई देकर भूपेंद्र हुड्डा ने अपने समर्थकों से कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को हरियाणा प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बदलने की गुहार लगाई है। भूपेंद्र हुड्डा ने अपने सबसे बड़े विरोधी अशोक तंवर को निपटाने और अपने सियासी मंसूबों को पूरा करने के लिए कुलदीप बिश्नोई को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के लिए उसी तरह एनओसी दे दी है, जिस तरह से मध्यप्रदेश में दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के लिए एनओसी दी थी। टिकटों के आवंटन में अपना हस्तक्षेप बनाए रखने के लिए भूपेंद्र हुड्डा विधायक दल के नेता की जिम्मेदारी लेने को तैयार हो गए हैं।
चुनाव में अपनी बड़ी भूमिका कायम रखने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा भी इलेक्शन कंपेन कमेटी की चेयरपर्सन बनने को राजी हो गई हैं। भूपेंद्र हुड्डा के घोर विरोधी कैप्टन अजय यादव को संतुष्ट करने के लिए कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने की सहमति हो गई है।
हाईकमान को यह बताया जा रहा है कि इस नए फेरबदल के जरिए प्रदेश के शीर्ष जाट गैर जाट और दलित नेताओं को पार्टी के फ्रंट पर अहम भूमिका देकर कांग्रेस आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में जोरदार जीत हासिल करने का काम अंजाम दे सकती हैं। अगर इस फेरबदल की मुहिम को कांग्रेस हाईकमान ने मंजूर कर लिया तो वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर को सेंटर में एडजस्ट करने का काम किया जाएगा।
भूपेंद्र हुड्डा खेमा यह बखूबी जानता है कि उनके पास इस फेरबदल के लिए सिर्फ 72 घंटे का समय ही बाकी है। 30 दिसंबर से पहले जींद उप चुनाव की घोषणा होनी संभव है। उससे पहले ही इस फेरबदल को अमलीजामा पहनाने के लिए कांग्रेस हाईकमान में हलचल तेज करने की कार्रवाई चल रही है।