script

अयोध्या के वृद्धाश्रम में शांति भोज के साथ निभाया मुंह बोले मां बेटे का रिश्ता

locationफैजाबादPublished: Sep 15, 2018 10:43:28 pm

Submitted by:

Satya Prakash

फैज़ाबाद के डीएम डॉ अनिल पाठक ने अयोध्या में शांति भोज के साथ निभाया माँ बेटे के रिश्ते का फर्ज

ayodhya

अयोध्या के बृद्धा आश्रम में शांति भोज के साथ निभाया मुंह बोले मां बेटे का रिश्ता

अयोध्या : फैजाबाद के जिलाधिकारी इन दिनों समाज में अपनी कार्यप्रणाली को लेकर चर्चा में बने हुए हैं .जिलाधिकारी जैसे महत्वपूर्ण पद के रहते हुए अपनी ड्यूटी निभाने के अलावा मानवीय दृष्टि को सर्वोपरि मानते हुए एक वृद्ध महिला का इलाज कराने और उसके निधन पर उसकी चिता को मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार व उस माँ की आत्मा की शांति के लिए शांति भोजन कराने तक फैजाबाद जिलाधिकारी डॉ अनिल कुमार पाठक ने उस वृद्ध लावारिस महिला से लेकर मृत्यु के बाद भी अंतिम संस्कार तक एक बेटे का संबंध निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. अभी तक जहां उन्होंने मृत महिला के निधन के बाद अपने हाथों से उस महिला की चिता को मुखाग्नि दी जिसके बाद वैदिक कर्मकांड के अनुसार अस्थियों का विसर्जन कर 13 दिन के क्रिया कर्म भी किया और 13 दिन के बाद ब्राह्मण भोज के साथ मृत महिला की आत्मा की शांति के लिए अयोध्या में बृद्धा आश्रम में भोजन कराया.
मुंह बोले मां बेटे के रिश्ते से किया रस्म की आदायगी
बताते चलें कि जिलाधिकारी फैजाबाद डॉ अनिल कुमार पाठक ने सड़क के किनारे घायल अवस्था में पड़ी एक वृद्ध महिला को लाकर अस्पताल में भर्ती कराया था और अस्पताल में उसका उच्च कोटि का इलाज भी कराया | लेकिन इलाज के दौरान ही वृद्ध महिला की मृत्यु हो गई | इससे पूर्व भी जिलाधिकारी का यह कदम चर्चा का केंद्र बना हुआ था और रोजाना जिलाधिकारी वृद्ध महिला का हाल-चाल भी लेते रहे थे | लेकिन महिला के निधन के बाद जिस तरह से जिलाधिकारी फैजाबाद में लावारिस महिला के शव को मुखाग्नि दी | उसे देखकर हर किसी ने उनकी तारीफ की और अब एक बेटे का फर्ज निभाते हुए जिलाधिकारी फैजाबाद ने अपनी बोली मां की अंखियों के विसर्जन के साथ 13 दिन के कर्मकांड का निर्णय किया और तेरहवें दिन ब्राह्मण भोज के साथ मृत आत्मा की शांति के लिए जिलाधिकारी ने बृद्धा आश्रम में 51 बृद्ध महिलाओ व पुरुषो को भोजन कराया. इस मुंह बोले मां बेटे के रिश्ते को निभाने में फैजाबाद के जिलाधिकारी कोई कसार नहीं छोड़ी जाहिर तौर पर एक IAS अधिकारी कार्य व्यवहार समाज के हर वर्ग हर लोगो के लिए एक बड़ा सबक है |
सिर्फ अपने कर्तब्य का किया पालन

जिलाधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि सड़क पर अचेता अवस्था में पड़ी माँ जिसके शरीर पर मात्र कुछ कपडे थे लेकिन किसी ने उस पर एक गमछा तक नहीं डाला जब कि उस रास्ते पर नजाने कितने लोग आये गए होंगे. इस हालत में देखने के बाद उसे अस्पताल पहुचाया इलाज हुआ उसके बाद उनका स्वर्गवास हो गया हमने अपने सिर्फ कर्तब्यो का पालन किया.

ट्रेंडिंग वीडियो