पुतिन के खिलाफ हुए प्रदर्शन शपथ लेने से पहले पुतिन के खिलाफ प्रदशन हुए। दो दिन पहले ही विपक्ष के नेता एलेकसी नावाल्नी और करीब १६०० प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया। हजारों लोगों ने पुतिन के खिलाफ मॉस्को के पुश्किन स्क्वेयर पर प्रदर्शन किया था। लोग पुतिन के फिर से राष्ट्रपति के पद पर काबिज होने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे।इससे पहले मई 2012 में भी पुतिन के तीसरे कार्यकाल के वक्त भी हजारों लोगों ने प्रदर्शन किया था। पुतिन पर लगातार विपक्ष के दमन का आरोप लगता रहा है।बता दें कि मार्च में हुए आम चुनाव में उन्हें 76.7 प्रतिशत वोट मिले थे।
18 वर्षों से सत्ता पर काबिज हैं पुतिन व्लादिमीर पुतिन ने चौथी बार रूस के राष्ट्रपति बने हैं। वह वर्ष1999 से ही सत्ता में हैं।वह कभी राष्ट्रपति तो कभी प्रधानमंत्री के रूप में सत्ता में बने हुए हैं। अधिकांश रूसी लोगों के बीच 65 साल के पुतिन की छवि एक हीरो की है। वह उन्हें एक मजबूत नेता मानते हैं।रूस के राष्ट्रपति ने अपने पिछले कार्यकाल के दौरान 2014 में क्रीमिया को यूक्रेन से अलग किया और सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल-असद के पक्ष से सैन्य अभियान शुरू किया। उनका चौथा कार्यकाल पूरा होने के बाद संवैधानिक बाध्यताओं की वजह से वह 2024 में राष्ट्रपति पद का चुनाव नहीं लड़ सकते है।