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पीएम की घोषणापीएम टेरेसा मे ने अपनी पार्टी के नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि वह ‘महिला और पुरूष जोड़ियों के साथ होने वाले भेदभाव को समाप्त करेंगी’। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में समाज अब बदल रहा है। ऐसे बहुत से जोड़े हैं जो साथ रहने के लिए दृढ हैं लेकिन विवाह नहीं करना चाहते। अब कानून में बदलाव होने से ऐसे जोड़ों को लाभ मिलेगा। कानून ऐसे जोड़ों की राह आसान करेगा जो एक दूसरे के प्रति समर्पित तो हैं लेकिन विवाह जैसी बाध्यताएं नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि इस कदम के जरिए ऐसे जोड़ों को सामाजिक सुरक्षा भी मिलेगी और उनको तथा उनके परिवारों को कर तथा उत्तराधिकार के मामले में कि सहूलियतें मिल सकेंगी।
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आसान होगा लिव-इन में रहनाइस कानून के बाद ब्रिटेन में लिव-इन में रहना कानूनी बन जाएगा। बता दें कि ब्रिटेन के मौजूदा कानून के तहत सिर्फ समलैंगिक जोड़ों को लिव-इन संबंधों में रहने की अनुमति है। कुछ दिन पहले भी ब्रिटेन के शीर्ष अदालत ने भी जोड़ों के लिव-इन रिलेशन को कानूनी मान्यता देने का फैसला किया है। कई संसद सदस्यों ने भी सरकार को पत्र लिखकर ऐसी मांगे की हैं। ब्रिटेन में पिछले दिनों लिव-इन में रहने की मांग को लेकर कई आंदोलन भी हुए।