2022 फीफा वर्ल्ड कप को लेकर बड़ी ख़बर, तय हुआ कितनी टीमें लेंगी भाग
क्या है मामला ?
गौरतलब है कि फ्रांस के दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी प्लातीनी को साल 2007 में यूरोपीय फुटबाल की संचालन संस्था का प्रमुख बनाया गया था। फ्रांस की भ्रष्टाचार रोधी पुलिस ने उन्हें जांच के बाद हिरासत में लिया है। बता दें, 2022 विश्व कप फ़ुटबाल की मेजबानी क़तर को सौंपने के फैसले के बाद से ही इस मुद्दे पर भ्रष्टाचार का आरोप लगने के कारण फैसले की व्यावहारिकता पर सवाल उठाने लगे थे।
ब्लाटर, माइकल प्लातीनी पर लगा 8 साल का प्रतिबंध
रिश्वतखोरी के लगे आरोप
साल 2015 तक प्लातीनी ने यूएफा के प्रमुख के तौर पर काम किया। इस दौरान उन्हें नैतिक आचार संहिता का उल्लंघन करने के मामले में 4 साल के लिए फुटबॉल से बैन कर दिया गया था। मौजूदा मामले के अलावा प्लातीनी पर फीफा के पूर्व प्रमुख सैप ब्लाटर से 20 लाख डॉलर लेने का आरोप भी था।
इस मामले में जांच के बाद ये खुलासा हुआ कि विश्व कप की मेजबानी पाने के लिए क़तर ने वोट खरीदने का प्रयास किया था। अमरीका के स्वतंत्र जांचकर्ता माइकल गार्सिया ने इस जांच की एक रिपोर्ट पेश की जिसमें कई संदिग्ध वित्तीय लेने-देन का ब्यौरा था। इनमें से कई लेन-देन सेंड्रो रोसेल से जुड़े हुए पाए गए थे जो कि बार्सीलोना के पूर्व अध्यक्ष थे। रोसेल ने बतौर कतर के सलाहकार अपनी भूमिका निभाई थी।
कई वर्षों के लिए बढ़ सकता है ब्लाटर, प्लातीनी का प्रतिबंध
पूर्व महासचिव से भी हुई पूछताछफ्रेंच पब्लिकेशन मीडियापार्ट के हवाले से यह दावा किया है कि फ्रांस के महान खिलाड़ी प्लातीनी को मंगलवार को इस जांच के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि हिरासत में लेने के बाद 63 वर्षीय प्लातीनी को कथित रूप से न्यायिक पुलिस के भ्रष्टाचार निरोधक के दफ्तर ले जाया गया। वहीं पूर्व महासचिव क्लॉड गीनड से भी इस मामले में चल रही जांच के तहत पूछताछ जारी है।
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